बड़ी खबर: पाक सेना प्रमुख बाजवा बोले ‘भारत से युद्ध अब और नहीं’

Story by  मुकुंद मिश्रा | Published by  [email protected] | Date 03-02-2021
पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा
पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा

 

नई दिल्ली. सरहद पार से पहली बार ऐसा संदेशा आया है, जो भारत और पाकिस्तानी संबंधों में निर्णायक और क्रांतिकारी हो सकता है. पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा ने कहा कि वह अब भारत के साथ युद्ध नहीं चाहते हैं और ‘शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व’ की इच्छा रखते हैं. उन्होंने कहा कि सभी दिशाओं में शांति का हाथ बढ़ाने का समय आ गया है.

बाजवा ने मंगलवार को रावलपिंडी स्थित अशगर खान पीएएफ अकादमी में स्नातक समारोह को संबोधित करते हुए यह बात कही.

पाक सेना प्रमुख बाजवा का यह बयान पाकिस्तान के स्टैंड में एक उल्लेखनीय बदलाव है. क्योंकि, जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा हटाने के बाद उसे दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित किया गया था. तब पाकिस्तान ने इस कदम के खिलाफ एक सर्वव्यापी वैश्विक प्रचार शुरू किया था और युद्ध की धमकी भी दी थी.

अगर जनरल बाजवा के इस बयान पर यकीन कर लिया जाए, तो यह भारतीय उप-महाद्वीप के इतिहास में एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकता है. भारत कहता रहा है कि वह युद्ध नहीं चाहता, इस क्षेत्र में शांति और विकास चाहता है.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी 25 दिसंबर, 2015 को पाकिस्तान की आकस्मिक यात्रा करके दोनों परमाणु पड़ोसियों के बीच दुश्मनी को समाप्त करने का एक ईमानदार प्रयास कर चुके हैं.

आज की स्थिति पूरी तरह से अलग हो सकती है, अगर पाकिस्तान ने वर्तमान समय के महत्व को महसूस कर लिया है और वह गति बनाए रखना चाहता है, तो.

हालांकि हमारे लिए अभी यह भुला पाना थोड़ा मुश्किल होगा कि मोदी की 25 दिसंबर, 2015 की यात्रा के महज एक महीने बाद ही जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादियों ने पठानकोट में एयरबेस पर हमला कर दिया और और स्थिति को फिर से पेचीदा बना दिया था.

अगर पाकिस्तानी जनरल वास्तव में शांति चाहते हैं, तो उन्हें आतंकवाद के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी होगी. पाकिस्तान को अपनी धरती पर आतंकवादी शिविरों को खत्म करने और घृणा व हिंसा का प्रचार करने वालों का समर्थन करना बंद करने के लिए वास्तविक और अवधारणात्मक प्रयास करने चाहिए.

बाजवा अगर अपनी कथनी को करनी में बदलते हैं, तो उन्हें वास्तव में राष्ट्रप्रेमी समझा जाएगा. पाकिस्तान इस समय बहुत सारे मुद्दों से जूझ रहा है और वह युद्ध नहीं कर सकता है और पाकिस्तान आर्मी के जनरल शांति की बात करके अपने देश की मदद ही कर रहे हैं.