मॉस्को
पाकिस्तान के मॉस्को स्थित राजदूत मोहम्मद खालिद जमाली ने हाल ही में भारत के जम्मू-कश्मीर स्थित पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद दोनों देशों के बीच बढ़ते तनाव को कम करने के लिए रूस से मदद मांगी है. इस आतंकी हमले में 26 लोगों की जान गई थी.
राजदूत जमाली ने एक साक्षात्कार में कहा कि रूस की भारत के साथ एक "विशेष रणनीतिक साझेदारी" है और पाकिस्तान के साथ भी उसके मजबूत द्विपक्षीय संबंध हैं.
ऐसे में वह अतीत में 1966 के ताशकंद समझौते की तरह दोनों देशों के बीच शांति बहाल करने में एक प्रभावी भूमिका निभा सकता है. उस समय तत्कालीन सोवियत प्रधानमंत्री कोसिगिन ने भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष को शांतिपूर्ण ढंग से सुलझाने में मदद की थी.
यह साक्षात्कार बाद में रूसी समाचार एजेंसी 'टीएएसएस' द्वारा प्रकाशित किया गया.इससे पहले शुक्रवार को रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर से फोन पर बातचीत के दौरान दोनों देशों से आग्रह किया कि वे 1972 के शिमला समझौते और 1999 के लाहौर घोषणापत्र की भावना के अनुसार, किसी तीसरे पक्ष की मध्यस्थता के बिना आपसी मुद्दों को द्विपक्षीय स्तर पर सुलझाएं.