All-party delegation in Germany to convey India's policy of zero tolerance towards terrorism
बर्लिन
भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद के नेतृत्व में एक सर्वदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल आतंकवाद के खिलाफ भारत के एकजुट और दृढ़ रुख को व्यक्त करने के लिए जर्मनी पहुंचा है.
प्रतिनिधिमंडल गुरुवार को बेल्जियम से यहां पहुंचा.
जर्मनी में भारत के राजदूत अजीत गुप्ते ने 9 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल का स्वागत किया. प्रतिनिधिमंडल आतंकवाद के खिलाफ भारत के एकजुट और दृढ़ रुख को व्यक्त करेगा.
बर्लिन में भारतीय दूतावास ने एक्स पर पोस्ट किया, "माननीय सांसद श्री रविशंकर प्रसाद के नेतृत्व में सर्वदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल को बर्लिन पहुंचने पर राजदूत @अजीतवीगुप्ते ने जानकारी दी."
इसमें कहा गया, "चर्चा में भारत-जर्मनी संबंधों का अवलोकन शामिल था, जिसमें रणनीतिक साझेदारी का विस्तार और व्यापार एवं निवेश, रक्षा, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी तथा गतिशीलता में बढ़ते सहयोग पर ध्यान केंद्रित किया गया." प्रसाद के अलावा, प्रतिनिधिमंडल में दग्गुबाती पुरंदेश्वरी (भाजपा), प्रियंका चतुर्वेदी (शिया सेना), गुलाम अल खटाना (भाजपा), अमर सिंह (कांग्रेस), समिक भट्टाचार्य (भाजपा), एम थंबीदुरई (एआईएडीएमआईसी), एम जे अकबर (भाजपा) और पूर्व राजनयिक पंकज सरन शामिल हैं.
यह प्रतिनिधिमंडल उन सात बहुपक्षीय प्रतिनिधिमंडलों में से एक है, जिन्हें भारत ने 33 वैश्विक राजधानियों का दौरा करने का काम सौंपा है, ताकि अंतरराष्ट्रीय समुदाय तक पहुंच बनाई जा सके और पाकिस्तान के आतंकवाद से संबंधों पर जोर दिया जा सके.
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया, जिसमें भारत ने 7 मई की सुबह पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में आतंकी ढांचे पर सटीक हमले किए.
पाकिस्तान ने 8, 9 और 10 मई को भारतीय सैन्य ठिकानों पर हमला करने का प्रयास किया. भारतीय पक्ष ने पाकिस्तानी कार्रवाई का कड़ा जवाब दिया.
10 मई को दोनों पक्षों के सैन्य अभियानों के महानिदेशकों के बीच वार्ता के बाद सैन्य कार्रवाई रोकने की समझ के साथ जमीनी शत्रुता समाप्त हो गई.