नई दिल्ली
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत के साथ बढ़ते तनाव के बीच, पाकिस्तान ने अपने विशेष आर्थिक क्षेत्र में कराची तट पर सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइल के परीक्षण की योजना का ऐलान किया है. पाकिस्तान की ओर से यह अधिसूचना भारतीय समयानुसार रात 9:30 बजे (2130 बजे) जारी की गई, जो ठीक उसी समय थी जब भारत सरकार सुरक्षा मामलों पर कैबिनेट समिति (CCS) की बैठक में पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई के बारे में निर्णय ले रही थी.
सूत्रों के अनुसार, यह मिसाइल परीक्षण 24 अप्रैल से 25 अप्रैल के बीच किया जाएगा, और भारतीय एजेंसियां घटनाक्रम पर बारीकी से नज़र रख रही हैं.पाकिस्तान द्वारा मिसाइल परीक्षण की घोषणा जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को हुए आतंकी हमले के तुरंत बाद की गई, जिसमें 26 लोगों की जान चली गई.
इस हमले की जिम्मेदारी पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के प्रतिनिधि द रेजिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) ने ली थी.भारत ने जवाबी कार्रवाई में बुधवार को पाकिस्तान को कड़ा संदेश देने के लिए कई कदम उठाने का ऐलान किया.
इन कदमों में 1960 की सिंधु जल संधि को स्थगित करना और अटारी स्थित एकीकृत जांच चौकी को तत्काल बंद करना शामिल था. इसके अलावा, विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने एक विशेष प्रेस कॉन्फ्रेंस में घोषणा की कि पाकिस्तान के नागरिकों को अब सार्क वीजा छूट योजना (एसवीईएस) के तहत भारत की यात्रा करने की अनुमति नहीं दी जाएगी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (CCS) की बैठक बुधवार को दो घंटे से अधिक समय तक चली, जिसमें पहलगाम आतंकी हमले के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई. इस हमले में 25 भारतीय नागरिक और एक नेपाली नागरिक मारे गए थे.
CCS ने इस हमले की कड़ी निंदा की और पीड़ितों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की. साथ ही, घायलों के जल्द ठीक होने की कामना की गई.बैठक में यह भी जानकारी दी गई कि आतंकी हमले के सीमा पार संबंधों को उजागर किया गया है.
पहलगाम के बैसरन मैदान में मंगलवार को किए गए इस आतंकी हमले को 2019 के पुलवामा हमले के बाद घाटी में सबसे बड़ा हमला माना जा रहा है, जिसमें 40 सीआरपीएफ जवान शहीद हो गए थे। यह हमला 2019 में अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद इस क्षेत्र में हुआ सबसे बड़ा आतंकी हमला था.