इस्लामाबाद
तालिबान ने रविवार को अफगानिस्तान की एक जेल से अमेरिका के एक नागरिक को रिहा कर दिया है। यह कदम अफगानिस्तान और अमेरिका के बीच बढ़ते हुए संवाद और कैदियों की अदला-बदली के प्रयासों के तहत आया है, जिसका मकसद दोनों देशों के बीच संबंधों को सामान्य बनाना बताया जा रहा है।
तालिबान की तरफ से विदेश मंत्रालय के उप प्रवक्ता जिया अहमद तकाल ने रिहा किए गए अमेरिकी नागरिक की पहचान अमीर अमीरी के रूप में की। हालांकि, उन्होंने यह स्पष्ट नहीं किया कि अमीरी को कब, किस वजह से और कहां से हिरासत में लिया गया था।
एक अधिकारी, जो इस मामले की जानकारी रखते हैं लेकिन अपनी पहचान गोपनीय रखना चाहते हैं, ने बताया कि अमीरी दिसंबर 2024 से अफगानिस्तान में बंद था और अब उसे अमेरिका लौटाया जा रहा है। इस कदम को दोनों पक्षों के बीच बेहतर रिश्तों की दिशा में एक सकारात्मक संकेत माना जा रहा है।
कुछ सप्ताह पहले ही तालिबान ने यह घोषणा की थी कि वे अफगानिस्तान और अमेरिका के बीच संबंधों को बेहतर बनाने के लिए कैदियों के आपसी आदान-प्रदान पर अमेरिकी प्रतिनिधियों के साथ समझौता कर चुके हैं। इसके तहत दोनों देशों के कैदियों को रिहा करने का निर्णय लिया गया है।
यह रिहाई ऐसे समय में हुई है जब अफगानिस्तान में राजनीतिक अस्थिरता के बीच अंतरराष्ट्रीय कूटनीति तेज़ हो रही है और दोनों देशों के बीच संवाद को लेकर उम्मीदें बढ़ रही हैं। इस पहल से अफगानिस्तान में फंसे और कैद अमेरिकी नागरिकों की सुरक्षा और वापसी के मामलों में सुधार की उम्मीद जताई जा रही है।
तालिबान का यह कदम वैश्विक समुदाय के सामने अफगानिस्तान में सुधार की दिशा में एक सकारात्मक पहल के रूप में देखा जा रहा है, जिससे भविष्य में और अधिक कूटनीतिक सहयोग संभव हो सकेगा।