इज़राइली सैनिकों ने अपना व्यवसाय फ्लोटिला, ग्रेटा थानबर्ग और कई यूरोपीय न्यूनतम सुरक्षित में ले लिया
आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
गाजा के इजराइली घेराबंदी वाले क्षेत्र में फंसे फलस्तीनियों के लिए मानवीय सहायता ले जा रहा एक बड़े जहाज (फ्लोटिला) को इजराइली सैनिकों ने अपने कब्जे में ले लिया है और उसमें सवार जलवायु कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग तथा कई यूरोपीय सांसदों के निर्वासन की ‘‘प्रक्रिया’’ शुरू करने के लिए उन्हें इजराइल ले जाया जा रहा है.
इजराइल के विदेश मंत्रालय ने सोशल मीडिया पर यह जानकारी दी.
इजराइली नौसेना के सैनिक गाज़ा की नाकेबंदी तोड़ने की कोशिश कर रहे एक बेड़े (फ्लोटिला) के अधिकतर जहाज़ों पर चढ़ गए और दर्जनों कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया.
‘द ग्लोबल सुमुद फ्लोटिला’ नामक इस काफिले में लगभग 50 छोटे जहाज शामिल हैं, जिन पर करीब 500 लोग सवार हैं। यह काफिला गाजा के घेराबंदी वाले क्षेत्र में फंसे फलस्तीनियों के लिए मानवीय सहायता ले जा रहा था, जिसमें मुख्य रूप से खाद्य सामग्री और दवाइयां शामिल हैं.
इस बीच गाजा पट्टी में इजराइली हमलों और गोलीबारी में कम से कम 57 फलस्तीनी मारे गए.
इजराइल ने यह हमला ऐसे वक्त किया है जब हमास ने लगभग दो साल से जारी युद्ध को समाप्त कराने के अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रस्ताव पर फिलहाल कोई निर्णय नहीं लिया है.
ट्रंप ने जो योजना पेश की है उसके तहत हमास को सभी 48 बंधकों को वापस करना होगा और सैकड़ों फलस्तीनी कैदियों की रिहाई और लड़ाई समाप्त करने के बदले में सत्ता छोड़नी होगी और निरस्त्रीकरण करना होगा। ट्रंप के इस प्रस्ताव को इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने स्वीकार कर लिया है लेकिन इस प्रस्ताव में फलस्तीन को देश के तौर पर मान्यता देने के बारे में कोई बात नहीं कही गई है.
फलस्तीन के लोग चाहते हैं कि युद्ध समाप्त हो जाए लेकिन कई लोगों का मानना है कि ट्रंप की शांति योजना इजराइल के पक्ष वाली हैं। हमास के एक अधिकारी ने ‘एसोसिएटेड प्रेस’ से कहा प्रस्ताव की कुछ शर्ते अस्वीकार्य हैं, हालांकि उन्होंने उन शर्तों में बारे में विस्तार से कोई जानकारी नहीं दी। दो प्रमुख मध्यस्थ देशों कतर और मिस्र ने भी कहा कि कुछ मुद्दों पर और बातचीत की आवश्यकता है.
नासिर अस्पताल के अनुसार दक्षिणी गाजा में इजराइली गोलीबारी में कम से कम 29 लोग मारे गए। वहां के अधिकारियों ने बताया कि उनमें से 14 लोग उस स्थान पर मारे गए जिसे इजराइली सैन्य गलियारे के तौर पर जाना जाता है और जहां लोगों को जरूरत का सामान दिया जाता है.
मध्य शहर दीर अल-बलाह के अल-अक्सा शहीद अस्पताल के अधिकारियों ने कहा कि इजराइली हमलों में 16 लोग मारे गए हैं जिनके शव अस्पताल लाए गए।
‘डॉक्टर्स विदाउट बॉर्डर्स’ ने कहा कि उनके एक व्यावसायिक चिकित्सक की दीर अल-बलाह में बस का इंतज़ार करते समय एक हमले में मौत हो गई और चार अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। इस अंतरराष्ट्रीय संस्था ने 42 वर्षीय चिकित्सक उमर हायेक को ‘‘अत्यंत दयालु और पेशेवर चिकित्सक’’ करार दिया।
गाजा सिटी में शिफा अस्पताल के स्वास्थ्य अधिकारियों ने कहा कि पांच शव और कई घायल अस्पताल लाए गए.
अन्य अस्पतालों ने इजराइली गोलीबारी में सात और लोगों की मौत की सूचना दी है। वहीं इजरायली सेना ने इस पर तत्काल कोई टिप्पणी नहीं की है.