जानिए कौन हैं गणतंत्र दिवस पर इंडियन नेवी के परेड को लीड करने वाली लेफ्टिनेंट कमांडर दिशा अमृत
आवाज द वॉयस/ नई दिल्ली
गणतंत्र दिवस (Republic Day) की तैयारियां जोरों पर हैं. थल सेना, वायु सेना और नौसेना की मार्चिंग कंटिंजेंट परेड के लिए जमकर मेहनत कर रहे हैं. गणतंत्र दिवस के आयोजन में भारतीय नौसेना के बटालियन को कर्तव्यपथ पर लेफ्टिनेंट कमांडर दिशा अमृत (Lt Commander Disha Amrith) लीड करेंगी. ले. कमांडर दिशा परेड में नेवी के 144 नौसैनिकों की टुकड़ी को लीड करेंगी.
शुक्रवार, को नौसेना ने अपनी परेड झांकी का अनावरण करते हुए बताया कि, इस बार के परेड में समुद्री सीमाओं पर देश की रक्षा करने वाले बल में नारी सशक्तिकरण की झलक दिखेगी.
इसके साथ दिशा का नौसेना कंटिंजेंट को लीड करना भी नारी शक्ति का एक बड़ा उदाहरण है.ले. कमांडर दिशा अमृत के अलावा, नौसेना के कंटिंजेंट में एक अन्य महिला अधिकारी- सब लेफ्टिनेंट वल्ली मीना एस तीन प्लाटून कमांडरों में शामिल होंगी.
गणतंत्र दिवस परेड में भी ले चुकी हैं दिशा
लेफ्टिनेंट कमांडर दिशा अमृत ने समाचार एजेंसी ANI से बताया, वह साल 2008 में गणतंत्र दिवस परेड में हिस्सा ले चुकी हैं, लेकिन तब वह NCC जूनियर विंग की एक कैडेट थी. दिशा ने बताया कि उन्होंने तभी से सपना देखा था कि वह एक दिन इस परेड में एक अधिकारी के तौर पर भाग लेंगी.
अब उनके बचपन का सपना पूरा होने जा रहा है. दिशा ने कहा, " मैे 2008 के बाद से, सशस्त्र बलों का हिस्सा बनकर गणतंत्र दिवस परेड का हिस्सा बनने का सपना देख रही थी। यह एक अद्भुत अवसर है जो भारतीय नौसेना ने मुझे (नौसैन्य दल का नेतृत्व करने के लिए) दिया है."
उन्होंने आगे कहा, "यह मेरे लिए जीवन भर का अवसर है... मुझे इस बात पर गर्व है कि मैं यह दिखाने में सक्षम हूं कि मैं क्या कर सकती हूं और भारतीय नौसेना में अपने पुरुष समकक्षों के बराबर हो सकती हूं। मैं इसे ताकत के तौर पर देखता हूं, चुनौती के तौर पर नहीं."
कौन हैं दिशा अमृत?
ले. कमांडर दिशा कर्नाटक के BMS कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से कंप्यूटर विज्ञान में इंजीनियरिंग में ग्रेजुएट हैं. मैंगलुरु की रहने वाली अमृत 2016 में नौसेना में शामिल हुई थीं और 2017 में अपनी ट्रेनिंग पूरा करने के बाद अंडमान एवं निकोबार द्वीप समूह पर नौसेना कमांड में तैनात हैं. दिशा नौसेना के डोर्नियर विमान की एविएटर हैं. दिशा ने PTI से कहा, 'मैं डोर्नियर विमान की एविएटर हूं और विमान से उड़ानें भरती रही हूं.'
सेना का हिस्सा बनने की प्रेरणा के बारे में बात करते हुए दिशा ने कहा कि वह हमेशा सशस्त्र बलों का हिस्सा बनना चाहती थीं और कुछ हद तक उनके माता-पिता ने भी उन्हें इसके लिए प्रेरित किया. उन्होंने कहा, "मेरे पापा भी सशस्त्र बलों का हिस्सा बनना चाहते थे, लेकिन नहीं बन सके. मुझे नौसेना का हिस्सा होने पर गर्व है और मैं पूरे जोश एवं समर्पण के साथ नौसेना की सेवा करना जारी रखूंगी."
सेना में महिलाओं के सामने आने वाली चुनौतियों के बारे में पूछे जाने पर अमृत ने कहा, "मैं शारीरिक, भावनात्मक रूप से मजबूत हो गई हूं तथा अब मैं अधिक आत्म-संचालित हूं."