लड़कियों को किसी पर निर्भर नहीं आत्मनिर्भर होना है, डिजिटल प्लेटफार्म जिंदगी बदलने में मददगार

Story by  मोहम्मद अकरम | Published by  onikamaheshwari • 3 Months ago
Education to Enterpriseship Programe in India Islamic Culture Centre
Education to Enterpriseship Programe in India Islamic Culture Centre

 

मोहम्मद अकरम / नई दिल्ली

दुनिया में सोशल मीडिया (Social Media) का इस्तेमाल करके बहुत सारे लोगों ने नाम कमाया और बहुत सारे लोगों ने अपनी जिंदगी बर्बाद कर दी है. जिन्होंने इसका अच्छा इस्तेमाल किया आज वह अपनी जिंदगी में खुश है, तालीम ही सिर्फ तकदीर और अपको बदल सकती है, आप केवल अपनी तालीम से ही सब कुछ हासिल कर सकते हैं. 

लड़कियों को आत्मनिर्भर होना है. किसी के ऊपर निर्भर नहीं होना है, अपने पंख खुद फैलाइए, आपको खुद मौका बनाना है, ये बात हमेशा जेहन में रखिए कि कोई किसी को थाली में कुछ नहीं देता है. आपको हताश और निराश नहीं होना चाहिए. 
 
उक्त बातें सीनियर पत्रकार बुशरा खानम ने दिल्ली के इंडिया इस्लामिक कल्चर सेंटर (India Islamic Culture Center) में राहत वेलफेयर फाउंडेशन के बैनर तले मौलाना आजाद उर्दू यूनिवर्सिटी के पूर्व चांसलर जफर सुरेश वाला की निगरानी में आयोजित Education to Enterpriseship Programe को संबोधित करते हुए Philanthropist कही. जिसमें लड़कियों को आत्मनिर्भर होने पर जोर दिया गया और उनकी तादाद ज्यादा थी.
 
 
ये समय आइडिया को बिजनेस में बदलने का वक्त है

मौलाना आजाद उर्दू यूनिवर्सिटी के पूर्व चांसलर जफर सुरेश वाला ने कहा कि आज का समय आइडिया को बिजनेस में बदलने का वक्त है. मुस्लिम समाज में सेंकेस के बारे में पता नहीं कि ये होता क्या है, इसके बारे में लोगों को बताने की जरुरत है. मदरसों में बड़ी तादाद में लड़कियां और लड़के पढ़ते हैं उन्हें अब तक नहीं बताया गया कि शेयर मार्केट कैसे काम करता है और हम वहां क्या कर सकते हैं. इसके बारे में भी जागरूकता की जरूरत है.
 
 
उन्होंने लड़कियों पर जोर देते हुए कहा कि गलती करो लेकिन रोज गलती नहीं करें, इससे आपको फायदा होगा और नया कुछ सीखने का मौका मिलेगा. आपको अपने करियर के लिए अगर लड़ना पड़े तो पीछे मत हटों, कभी किसी के कहने पर मायूस नहीं हो.
 
छोटी चीज से भी अपना कारोबार शुरु कर सकते हैं

Angel Investor and Philanthropist ने कहा कि बीते पाँच साल में भारत के अंदर जिस तरह डिजिटल के मैदान में आगे बढ़ा है कि आप घर पर बैठे अपना कारोबार खड़ा कर सकते हैं. आपके पास कोई आईडिया है तो दोस्तों के शेयर करें, सलाह ले, कोई भी रास्ता मिलेगा. हमेशा करो, या तो आपको कामयाबी मिलेगी ये तजुर्बा मिलेगा. इससे डरने की जरुरत नहीं है.
 
 
शिक्षा और स्किल के बगैर आज की दुनिया अधूरी है

वहीं स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के पूर्व चेयरमैन रजनीश कुमार ने कहा कि शिक्षा और स्किल के बगैर आज की दुनिया अधूरी है. जीवन में कामयाब होने के लिए जुनून चाहिए, नकल करके आप कुछ नहीं कर सकते हैं. 
 
पूजी दो तरह की होती है, एक अपना पैसा लगा कर और दूसरा बैंक से कर्ज ले कर. कम से कम दो करोड़ के लोन ऐसे हे जो आसानी से मिल सकता है. काम करने से पहले पूरी तरह एरादा करें कि हमें ये काम करना ही है. इस मैदान में कई बार सफलता मिलता है और कई बार नहीं मिलता है, ऐसे में हिम्मत के साथ आगे बढ़ना चाहिए, डर को दिमाग से निकाल लीजिए. डिजिटल के बगैर नामुमकिन है. 
 
 
कामयाब होने के लिए जिद्दी होना जरुरी है

बॉम्बे टॉकीज में ग्यारह साल से जुड़ कर काम कर रहे हरविंदर सिंह ने कहा कि आपको कामयाब होने के लिए एक जिद होना चाहिए, ये जिंद आपको आगे बढ़ने के लिए होना चाहिए. मुझे अपने आपको साबित करना है, जब ये करते है आपके अंदर कई चीजें निखर कर आती है. अगर आप अपने लक्ष्य को बदलते रहते हैं तो कभी कामयाब नहीं हो सकते हैं. 
 
 
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प्रोग्राम का संचालन रफिया ने की, समापन राहत वेलफेयर फाउंडेशन के फाउंडर सना खान ने लोगों के शुक्रिया के साथ किया.