ईद तक फुर्सत में नहीं मुस्लिम इलाकों के दर्जी

Story by  फरहान इसराइली | Published by  onikamaheshwari | Date 31-03-2024
Tailors in Muslim areas are not free till Eid
Tailors in Muslim areas are not free till Eid

 

फरहान इसराइली/ जयपुर

ईद को लेकर तैयारियां जोरशोर से चल रही हैं. गुलजार हो चले बाजारों में भीड़ भी बढ़ गई हैं. कपड़े, जूते और कॉस्मेटिक सामान की दुकानें देर रात तक खुलने लगी हैं. लोग खूब त्योहारी खरीदारी कर रहे हैं. दर्जियों की दुकानों पर काम कर रहे कारीगरों को सिर उठाने तक की फुर्सत नहीं मिल रही है. दर्जियों ने अब नए ऑर्डर लेने बंद कर दिये हैं.

रमजान माह का तीसरा अशरा शुरू होने वाला है. ऐसे में सुबह होते ही महिलाएं खरीदारी के लिए बाजार पहुंच जाती हैं. नौजवान रात में ईद की खरीदारी कर रहे हैं. ईद पर्व के लिए बुजुर्गों, बच्चों के साथ ही पूरे परिवार के लिए नए कपड़े खरीदे जा रहे हैं. मौजूदा समय में टेलरों के भाव आसमान पर हैं. उनके पास कपड़ा सिलाने के लिए लोग आ रहे हैं लेकिन वह काम अधिक होने की बात कहकर लौटा देते हैं.
 
 
रामगंज स्थित सुपर टेलर के मालिक नसीम की मानें तो अंतिम दिनों में ईद पर कपड़ा सिलकर देने का मौका ही नहीं है. पहले से काम का बोझ इस कदर है कि चांद रात तक फुर्सत नहीं मिलने वाली. लेडी टेलर शबनम बताती हैं कि पहले से ही ईद पर कपड़ा सिलने का इतना काम आ गया है कि नया काम लेने के लिए अब वक्त नहीं है. यदि दबाव में कपड़ा ले भी लिया तो ईद पर सिलकर देने की कोई गारंटी नहीं है.
 
कपड़ा सिलाने के लिए लोहारो का खुर्रा निवासी शकील अहमद भी शहर कई की कई दुकानों के चक्कर लगाकर निराश हो गए. कोई भी टेलर पैंट-शर्ट, कुर्ता पायजामा सिलने के लिए अब तैयार नहीं है. शहर के लगभग सभी टेलर ईद तक के लिए बुक हो चुके हैं. अब ईद के लिए कुर्ता सिलवाने की मांग करने वालों को दर्जियों ने वापस करना शुरू कर दिया है. कइयों के पास तो ईद के दस दिन बाद तक की बुकिंग फुल है.
 
कपड़ों की सिलाई पर भी बढ़ी मंहगाई

महंगाई की आग ने कपड़ों की सिलाई को अपनी जद में ले लिया है. त्योहारी सीजन में कुर्ता पायजामा की सिलाई 800 से 900 रुपये तक पहुंच गई है. लेडिज सूट की सिलाई भी बढ़ी है. प्लेन सूट के 250 से 300 रुपये हैं जबकि डिजाइन के साथ 400 से 500 रुपये वसूल किए जा रहे हैं. टेलर की शोहरत के हिसाब से ये रेट फिक्स हैं.
 
रामगंज के चार दरवाजा स्थित यूनीक टेलर के ओनर मो़ शमशाद ने बताया कि हमारे यहां दस रमजान के बाद से ही 90% ऑर्डर आ गए थे. 15 रमजान के बाद तो हमने सभी ग्राहकों को वापस करना शुरू कर दिया है. अब जो भी बुकिंग आ चुकी है, उसे ही समय देना मुश्किल हो रहा है. ऐसे में हम अपने रेग्यूलर क्लाइंट्स को भी मना कर रहे हैं. अब जो बुकिंग ले रहे हैं, उनके कपड़े ईद के बाद सिल कर दिए जाएंगे.
 
पठानी सूट के लिए बुकिंग ज्यादा

राजधानी के खो नागोरियान स्थित गोल्डन टेलर के मसूद अंसारी ने बताया कि हमारे पास ईद के बीस दिन बाद तक की बुकिंग हो चुकी है. ईद से पहले तो अब वही कपड़े सिल पाएंगे, जिनकी बुकिंग दस दिन पहले हो चुकी है. इस साल पठानी सूट सिलवाने वालों की सबसे ज्यादा मारामारी है, क्योंकि बाजार में पठानी सूट की फिटिंग नहीं मिल पाती.
 
इसलिए होती है मारामारी

रमजान में पहले से बुकिंग इसलिए करवाना पड़ती है क्योंकि ज्यादतर दर्जियों के भी रोजे होते हैं. आम दिनों के मुकाबले काम कम हो पाता है. वहीं बाहर के रहने वाले कारीगर ईद के एक सप्ताह पहले से घर जाने लगते हैं. ऐसे में कम कपड़े सिल पाते हैं और मजबूरी में टेलरों को कपड़े वापस करने पड़ते हैं.
 
रेडीमेड बाजारों में बढ़ने लगी भीड़

टेलर्स के यहां भारी भीड़ के कारण लोग रेडीमेड कपड़े खरीदने को मजबूर हैं. ऐसे में शहर के बाजारों में रेडीमेड कपड़ों की दुकानों पर भीड़ बढ़ने लगी है. चिकन के वाइट कुर्तों की सबसे ज्यादा डिमांड है. जौहरी बाज़ार के कुर्ता व्यापारी अजीमउल्लाह ने बताया कि कुर्ते की बिक्री इस बार जल्दी शुरू हो गई है, जबकि अूममन इसकी दुकानदारी ईद के एक सप्ताह पहले से शुरू होती है.