आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
मुंबई में दस दिवसीय गणपति उत्सव के अंतिम दिन यानि शनिवार को अनंत चतुर्दशी पर भगवान गणेश की मूर्तियों के विसर्जन के वास्ते श्रद्धालुओं की भारी भीड़ सड़कों पर उमड़ पड़ी और लोग ढोल-ताशों की थाप पर भक्ति भाव से थिरकते नजर आए.
शहर के कुछ हिस्सों में सुबह से ही हल्की से मध्यम बारिश हो रही है, इस बीच विसर्जन के लिए लोग भगवान गणेश की मूर्तियों को लेकर अपने घरों और पंडालों से निकले और देखते ही देखते सड़कें खचाखच भर गईं.
जिन सड़कों से यह यात्रा गुजरने की संभावना है, उन पर रंग-बिरंगी रंगोलियां बनाई गईं.
मध्य मुंबई में गणपति मंडलों के लिए प्रसिद्ध लालबाग में तेजुकाया, गणेश गली और कई अन्य मंडलों की मूर्तियों के विसर्जन की यात्रा शुरू हुई.
"गणपति बप्पा मोरया, पुधच्या वर्षी लवकर या" के जयकारों के बीच भव्य मूर्तियां पंडालों से ले जाई गईं.
प्रसिद्ध लालबागचा राजा की शोभायात्रा अभी शुरू नहीं हुई है, इसकी अंतिम तैयारियां जारी हैं, यह मूर्ति गिरगांव चौपाटी की ओर रवाना होगी.
हजारों लोग लालबाग की सड़कों और अन्य प्रमुख यात्रा मार्गों पर अपने देवता को विदाई देने के लिए एकत्रित हुए.
लालबाग स्थित श्रॉफ बिल्डिंग में भीड़ उमड़ पड़ी, जहां गणपति की मूर्तियों पर पारंपरिक रूप से पुष्प वर्षा की जाती है. कई लोग पहले से ही सड़कों के दोनों ओर कतार में खड़े होकर मूर्तियों की एक झलक पाने और उनके दर्शन पाने के लिए धैर्यपूर्वक प्रतीक्षा कर रहे थे.
गिरगांव चौपाटी की ओर जाने वाली मुख्य सड़क पर भी लोग कतार में खड़े रहे, जहां से फोर्ट, गिरगांव, मझगांव, भायखला, दादर, माटुंगा, सायन, चेंबूर और अन्य क्षेत्रों की अधिकांश प्रमुख मूर्तियां विसर्जन के लिए ले जाई जाएंगी.