आवाज द वाॅयस / नई दिल्ली
सैयद नसीरुद्दीन चिश्ती ने कहा है कि भारत में जगह-जगह आलम-ए-दीन मौजूद हैं. यही नहीं इस मुल्क में ईद मिलाद उन नबी के जश्न में सभी धर्मों के लोग बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं.आल इंडिया सूफी काउंसिल के अध्यक्ष एवं अजमेर के ख्वाजा गरीब नवाज के गद्दीनशीन के जांनशीं नसीरुद्दीन चिश्ती ने यह बातें लंदन के फॉरेस्ट गेट के इंटरनेशनल मिनहाजुल कुरान सेंटर में आयोजित मिलाद-ए-मुस्तफा कॉन्फ्रेंस में कहीं.
कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए नसीरुद्दीन चिश्ती ने कहा, नबी पैगंबर मोहम्मद साहब का नाम लेना, उनका तसव्वर करना ही इबादत है.उन्होंने ईद मिलाद उन नबी का जिक्र करते हुए कहा कि इसकी खुशियां क्यों न मनाई जाए. इसकी खुशियां फरिश्तों ने मनाई, यहां तक कि खुद ने मनाई, तो आमल-ए-इस्लाम के लोग क्यों न मनाएं.
नसीरुद्दीन चिश्ती ने भारत में ईद मिलाद का जिक्र करते हुए कहा कि वह ऐसे देश से आते हैं, जहां सभी मजहब के लोग उनकी खुशियों में शामिल होते हैं.उन्होंने ख्वाजा गरीब नवाज का जिक्र करते हुए कहा कि इस्लाम का विस्तार ऐसा किया जाए जिससे न म्यान से तलवार निकले और न ही मुंह से जुबान निकले.
उन्होंने कहा कि हमें नबी की सुन्नतों पर जिंदगी गुजारनी चाहिए. हमारी यह कोशिश हमेशा रहे. हिंदुस्तान में तो औलिया-ए-इकराम जगह-जगह मौजूद हैं.उल्लेखनीय है कि नसीरुद्दीन चिश्ती सूफीवाद,शांति, भाईचारे के प्रचार-प्रसार के लिए हिंदुस्तान भर में अभियान चलाए हुए हैं. विस्तार लेकर यह मिशन विदेश तक पहुंच गया है. इस कड़ी मंे लंदन में यह आयोजन किया गया .