फरहान इसराइली / जोधपुर
प्रांतीय मुस्लिम तेली महापंचायत की शीर्ष नेतृत्व बैठक जोधपुर में समाज के संरक्षक अशरफ अली खिलजी की अध्यक्षता में अत्यंत गरिमामय वातावरण में आयोजित हुई। बैठक की शुरुआत में ही खिलजी ने समाज के सभी पदाधिकारियों और जिम्मेदार प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कहा कि आज का समय शिक्षा के प्रसार और जागरूकता बढ़ाने के लिए निर्णायक है। उन्होंने जोर देकर कहा कि “समाज की असली तरक्की शिक्षा से ही संभव है, और जिस समुदाय में शिक्षा का स्तर ऊँचा होता है, वही आगे बढ़ता है।” उन्होंने समाज में मौजूद कुरीतियों, अनावश्यक दिखावे और अत्यधिक खर्च वाली परंपराओं पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए इन बुराइयों के खिलाफ सामूहिक संघर्ष छेड़ने की आवश्यकता पर बल दिया।
बैठक में प्रदेश अध्यक्ष अब्दुल लतीफ आरको मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। उनके जोधपुर पहुंचने पर विभिन्न स्थानों पर समाजजनों ने भव्य स्वागत किया। आरको के साथ रमजान जी, अकबर अली मंसूरी और इरफान खान भी प्रतिनिधिमंडल में शामिल रहे और उन्होंने बैठक में सक्रिय भागीदारी निभाई।
औपचारिक बैठक से पहले समाज के प्रतिनिधिमंडल ने जोधपुर सर्किट हाउस में राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात की। इस दौरान तेली समाज के विभिन्न घटकों ने गहलोत के प्रति अपना समर्थन प्रकट किया। प्रदेश अध्यक्ष आरको ने राज्य के सक्रिय कार्यकर्ताओं और जिम्मेदार साथियों की सूची गहलोत को सौंपते हुए समाज की वर्तमान चुनौतियों, जनसरोकारों और भविष्य की संगठनात्मक योजनाओं पर विस्तार से चर्चा की।

बैठक में अपने संबोधन के दौरान आरको ने समाज में हो रहे अनावश्यक खर्च पर तत्काल रोक लगाने पर विशेष जोर दिया। उन्होंने कहा कि धन का उपयोग सोच-समझकर और सही उद्देश्यों के लिए किया जाए, ताकि समाज के सामूहिक विकास के लिए संसाधनों का बेहतर उपयोग हो। उन्होंने सुझाव दिया कि प्रत्येक जिले में इसी प्रकार की बैठकों का नियमित आयोजन किया जाए, जिससे संगठनात्मक ढाँचा मज़बूत हो और समाज एक नई ऊर्जा के साथ आगे बढ़े।

महापंचायत के दौरान जोधपुर संभाग के प्रतिनिधियों का सम्मान कर उनका मनोबल बढ़ाया गया। अब्दुल वहीद गजधर और उनकी टीम ने बैठक में उपस्थित होकर संगठन के क्षेत्रीय कार्यों, चुनौतियों और भविष्य की योजनाओं पर अपने विचार साझा किए।
बैठक के उपरांत प्रतिनिधिमंडल ने स्थानीय समाजसेवी के विवाह समारोह में सहभागिता की और उन्हें शुभकामनाएँ दीं। नेतृत्व ने इसे सामाजिक समरसता और आपसी संबंधों को सुदृढ़ करने का सकारात्मक अवसर बताया। इसके पश्चात पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार मोहम्मद अतीक से विशेष मुलाकात की गई, जहाँ समाज से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों और आगामी योजनाओं पर गंभीरता से चर्चा की गई।

जोधपुर में आयोजित यह विचार मंथन केवल एक औपचारिक बैठक नहीं थी, बल्कि समाज में शिक्षा, सुधार, संगठनात्मक मजबूती और एकता को नई दिशा देने वाला ऐतिहासिक कदम सिद्ध हुआ। नई रणनीतियों और संकल्पों के साथ मुस्लिम तेली समाज आने वाले समय में अधिक संगठित, जागरूक और प्रगतिशील रूप में आगे बढ़ने की उम्मीद रखता है।