Hajj 2025 An unprecedented amalgamation of security, technology and service
आवाज द वाॅयस/नई दिल्ली/मक्का
– हज 2025 का पावन अवसर जैसे-जैसे नज़दीक आ रहा है, सऊदी अरब सरकार ने तीर्थयात्रियों की सुरक्षा, सुविधा और स्वास्थ्य के लिए एक व्यापक और आधुनिक रणनीति अपनाई है. इस बार हज के दौरान ऐसी तकनीक और व्यवस्थाओं को शामिल किया गया है, जो इससे पहले कभी नहीं देखी गईं.
ड्रोन ‘फाल्कन’ से सुरक्षा की नई उड़ान
सऊदी नागरिक सुरक्षा महानिदेशालय ने इस साल पहली बार हज के मौसम में अग्निशमन और बचाव कार्यों के लिए ‘फाल्कन’ नामक अत्याधुनिक ड्रोन का उपयोग करने की घोषणा की है.
कृत्रिम बुद्धिमत्ता से युक्त यह ड्रोन न केवल ऊंचाई पर लगी आग को बुझा सकता है, बल्कि संकरी जगहों पर फंसे लोगों को बचाने में भी सक्षम हैं. यह 12 घंटे तक हवा में उड़ान भर सकता है और 40 किलोग्राम तक का भार उठा सकता है। इसमें थर्मल कैमरे, लाइव फुटेज प्रसारण की सुविधा और कमांड व कंट्रोल सिस्टम से सीधा संपर्क जैसी खूबियां हैं.
हज में हेलिकॉप्टर से निगरानी और आपात सेवाएं
इस बार हज में हेलिकॉप्टर गश्त, सुरक्षा बलों की गहन तैनाती और पवित्र स्थलों पर निगरानी को और भी मज़बूत किया गया है। तीर्थयात्रियों की मदद के लिए जगह-जगह स्काउट्स और स्वयंसेवक मौजूद रहेंगे.
रेड क्रिसेंट की चिकित्सा व्यवस्था: हर आपात स्थिति के लिए तैयार
सऊदी रेड क्रिसेंट ने हज संचालन योजना के तहत 150 आपातकालीन फील्ड यूनिट तैनात की हैं. इनमें 300 प्रशिक्षित चिकित्साकर्मी और 150 अत्याधुनिक एंबुलेंस तैनात की गई हैं.
आपातकालीन सेवाओं के लिए 550 स्वयंसेवक काम कर रहे हैं, जिनमें 400 चिकित्सा सहायक हैं और 150 अन्य राहत कार्यों में जुटे हैं. इसके अलावा, 9 भाषाओं में अनुवाद करने वाले दुभाषिए भी शामिल किए गए हैं, ताकि दुनिया भर से आने वाले तीर्थयात्रियों को बेहतर सहायता मिल सके.
स्काउट्स की अनूठी सेवा: ज़मीन से ज़मीर तक समर्पण
करीब 4,700 स्काउट्स को पवित्र स्थलों पर तैनात किया गया है जो तीर्थयात्रियों की सहायता के लिए तीन चरणों में काम कर रहे हैं. ये स्काउट्स हज स्थलों के मानचित्रों का गहराई से अध्ययन कर रहे हैं ताकि खोए हुए हाजियों को सही मार्ग दिखाया जा सके. व्हीलचेयर सेवा, मार्गदर्शन और राहत कार्यों में इनका अहम योगदान है.
सख्ती के साथ सुरक्षा व्यवस्था: बिना परमिट वालों पर कार्रवाई
सऊदी सरकार ने बिना परमिट हज करने की कोशिश कर रहे 269,678 लोगों को मक्का में प्रवेश से रोक दिया है। यह क़दम तीर्थयात्रियों की सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन को सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है. हज 2025 में सऊदी अरब की तैयारियाँ यह दर्शाती हैं कि आध्यात्मिक यात्रा के साथ आधुनिक विज्ञान और मानवीय सेवा का कितना प्रभावशाली संगम हो सकता है.
ड्रोन से लेकर एंबुलेंस, स्काउट्स से लेकर हेलिकॉप्टर—हर स्तर पर तीर्थयात्रियों की सेवा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जा रही है. यह हज न केवल एक धार्मिक अनुष्ठान होगा, बल्कि मानवता, तकनीक और संगठनात्मक दक्षता का आदर्श उदाहरण भी पेश करेगा.