वर्ल्ड बॉक्सिंग चैंपियन निखत की चाहत, सलमान खान से मुलाकात हो

Story by  राकेश चौरासिया | Published by  [email protected] • 1 Years ago
निखत जरीन अपने स्वर्ण पदक को चूमती हैं
निखत जरीन अपने स्वर्ण पदक को चूमती हैं

 

नई दिल्ली. अगर कोई जिन्न सामने आया और विश्व बॉक्सिंग चैंपियन निखत जरीन को विश्व खिताब के साथ घर लौटने की इच्छा पूरी की, तो यह बॉलीवुड के सुपरस्टार सलमान खान के साथ एक मुलाकात होगी. 25 वर्षीय निखत जरीन ने एक टेलीविजन चैनल को बताया कि वह सलमान खान की बहुत बड़ी प्रशंसक हैं और अगर यह उनके वश में होता, तो वह उनसे मिलने के लिए सीधे इस्तांबुल से मुंबई जातीं.

अपना मजाकिया पक्ष दिखाते हुए, जब टीवी एंकर ने जरीन से पूछा कि क्या वह भारत लौटने पर भाई से मिलना चाहेंगी, तो जरीन ने पूछा, ‘‘भाईजान कौन है, शायद वह तुम्हारा भाईजान है, मैंने उन्हें कभी अपना भाईजान नहीं कहा, वह मेरे लिए सलमान खान हैं.’’

विश्व चैंपियनशिप में उनके शानदार प्रदर्शन और खिताब हासिल करने वाली भारत की ओर से पहली मुस्लिम महिला बनने के बाद, पाकिस्तानी मीडिया को आश्चर्य और झटका लगा है. एंकर और खेल विश्लेषक निजामाबाद, तेलंगाना की लड़की निखत जरीन की जमकर तारीफ कर रहे हैं, जिन्होंने 12 साल की उम्र में खेल यात्रा शुरू की थी.

पाकिस्तानी मीडिया विश्लेषकों ने विशेष रूप से एक मुस्लिम महिला होने के कारण निखत की उपलब्धि की प्रशंसा की. एक महिला विश्लेषक ने कहा, ‘‘हम इसके बारे में सोच भी नहीं सकते. पाकिस्तान में इससे पहले कि कोई महिला बॉक्सिंग में जाने की बात करे, उसके माता-पिता उस पर कुछ बॉक्सिंग करने की कोशिश करेंगे.’’

निखत को बॉक्सिंग की दुनिया की राज करने वाली रानी के रूप में एक लाख अमरीकी डालर का पुरस्कार मिला है. निखत ने मीडिया से कहा कि वह जानना चाहती हैं कि क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनकी सफलता के बारे में ट्वीट किया था. उन्होंने इस्तांबुल के एक टीवी एंकर से कहा, ‘‘मैंने अपना फोन पूरी तरह से नहीं खोला है और मुझे नहीं पता कि ऐसा हुआ है या नहीं.’’ बाद में उन्होंने मोदी की पोस्ट के जवाब में उन्हें बधाई देते हुए प्रधानमंत्री को उनके समर्थन और प्रोत्साहन के लिए धन्यवाद दिया.

उन्होंने यह भी सोचा कि क्या उसकी जीत के बाद वह ट्विटर पर ट्रेंड कर रही थीं. निखत जरीन गुरुवार रात से ही ट्विटर पर ट्रेंड कर रही हैं. उनके पिता मोहम्मद जमील अहमद ने एक साक्षात्कार में बीबीसी को बताया कि एक मुस्लिम होने के नाते उन्हें अपनी बेटी को ‘मर्दाना खेलों’ में जाने के लिए बहुत आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था. उन्होंने कहा, ‘‘मुझे पता था कि ऐसा होगा और मुझे परवाह नहीं थी. हमारा लक्ष्य देश को सम्मान दिलाना था और यह हो गया है.’’

हालांकि, उन्होंने स्वीकार किया कि वह अपने रिश्तेदारों और पड़ोसियों की सामान्य अस्वीकृति के प्रति सचेत थे और उन्होंने इसे और उनकी बेटी को प्रभावित नहीं करने देने का फैसला किया था. उन्होंने कहा, ‘‘हम अपने मुस्लिम पड़ोसियों द्वारा देखे जाने से बचने के लिए अभ्यास के लिए निकलते समय अपने घर की पिछली गली से जाते थे.’’

उनकी माँ ने कहा कि उसे उन लोगों से बहुत दबाव झेलना पड़ा जिन्होंने उसे चेतावनी दी थी कि ‘उसकी बेटी को शादी के लिए दूल्हा नहीं मिलेगा, अगर वह अपना खेल जारी रखेगी.’ हालांकि, उसने कहा कि उसकी चिंता हमेशा निखत जरीन की शारीरिक भलाई थी. उनकी माँ ने कहा, ‘‘मैं एक माँ हूँ और अपनी बेटी को पिटते हुए नहीं देख सकती.’’

जहां ट्विटर उनके इस कारनामे को लेकर गदगद हो रहा है, वहीं छह बार की विश्व चौंपियन मैरी कॉम की ओर से सबसे अधिक बधाई संदेश आया है, जिसके साथ उन्हें अतीत में कुछ तनाव था. निखत जरीन को उनकी उपलब्धि पर बधाई देने के लिए भारत के सभी हिस्सों के लोगों ने सोशल मीडिया का सहारा लिया है.