दुबई
भारत और श्रीलंका की संयुक्त मेजबानी में 30 सितंबर से शुरू होने वाले महिला वनडे विश्व कप की विजेता टीम को करीब 44.80 लाख डॉलर (लगभग 39.55 करोड़ रुपये) की पुरस्कार राशि दी जाएगी, जो इस टूर्नामेंट में अब तक की सबसे बड़ी इनामी राशि होगी।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने सोमवार को यह घोषणा की कि विजेता टीम के पुरस्कार में 13.20 लाख डॉलर (लगभग 11.65 करोड़ रुपये) की बढ़ोतरी की गई है।
इस महिला वनडे विश्व कप में कुल आठ टीम भाग लेंगी और इसकी कुल पुरस्कार राशि में लगभग चार गुना वृद्धि की गई है। आईसीसी ने इस टूर्नामेंट के लिए कुल 13.88 मिलियन डॉलर (लगभग 122.5 करोड़ रुपये) की पुरस्कार राशि घोषित की है।
आईसीसी ने बयान में कहा, "आईसीसी ने महिला क्रिकेट के लिए एक नया मानदंड स्थापित किया है, क्योंकि विजेता टीम को रिकॉर्ड 44.8 लाख डॉलर की पुरस्कार राशि दी जाएगी।"
पिछली बार न्यूजीलैंड में खेले गए महिला वनडे विश्व कप में कुल पुरस्कार राशि करीब 31 करोड़ रुपये थी, जिससे इस बार लगभग 297 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
महिला वनडे विश्व कप की कुल पुरस्कार राशि, पुरुष वनडे विश्व कप 2023 की पुरस्कार राशि से भी अधिक है, जिसका कुल बजट 10 मिलियन डॉलर (लगभग 88.26 करोड़ रुपये) था।
उपविजेता टीम को अब 2.24 मिलियन डॉलर (लगभग 19.77 करोड़ रुपये) और सेमीफाइनल में हारने वाली टीमों को 1.12 मिलियन डॉलर (लगभग 9.89 करोड़ रुपये) दिए जाएंगे।
ग्रुप चरण में हर जीत पर टीम को 34,314 डॉलर (लगभग 30.29 लाख रुपये) मिलेंगे। पांचवें और छठे स्थान पर रहने वाली टीमों को 700,000 डॉलर (लगभग 62 लाख रुपये) और सातवें व आठवें स्थान पर रहने वाली टीमों को 280,000 डॉलर (लगभग 24.71 लाख रुपये) मिलेंगे। प्रत्येक प्रतिभागी टीम को 250,000 डॉलर (लगभग 22 लाख रुपये) की राशि भी दी जाएगी।
आईसीसी ने कहा कि यह कदम विश्वभर में महिला क्रिकेट की लोकप्रियता बढ़ाने और उसे पुरुष क्रिकेट के बराबर लाने की दिशा में है।आईसीसी के चेयरमैन जय शाह ने कहा कि यह महिला क्रिकेट को प्राथमिकता देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
उन्होंने कहा, "यह घोषणा महिला क्रिकेट के सफर में मील का पत्थर साबित होगी। पुरस्कार राशि में यह चार गुना वृद्धि महिला क्रिकेट के लिए ऐतिहासिक है और इसके दीर्घकालिक विकास के लिए हमारी प्रतिबद्धता दर्शाती है। हमारा संदेश साफ है कि महिला क्रिकेटरों को यह पता होना चाहिए कि यदि वे इसे पेशेवर रूप से चुनती हैं, तो उन्हें पुरुष खिलाड़ियों के समान सम्मान और待遇 मिलेगा।"