नई दिल्ली
यूरोपीय फुटबॉल में ट्रांसफर विंडो की समाप्ति के साथ ही अर्जेंटीना के स्टार गोलकीपर एमिलियानो "एमी" मार्टिनेज़ के मैनचेस्टर यूनाइटेड जाने के सपने को बड़ा झटका लगा है। यूनाइटेड ने आखिरी समय में बेल्जियम के युवा गोलकीपर सेने लैमेंस को साइन कर लिया, जिससे मार्टिनेज़ के ट्रांसफर की संभावनाएं खत्म हो गईं।
मार्टिनेज़ को उम्मीद थी कि यूनाइटेड आंद्रे ओनाना के कमजोर प्रदर्शन के चलते उन्हें साइन करेगा। उन्होंने यूनाइटेड के डिफेंडर और अर्जेंटीनी साथी लिसेंड्रो मार्टिनेज़ से भी मदद मांगी थी और कोच रूबेन अमोरिम से जून-जुलाई में बातचीत की थी। लेकिन यूनाइटेड की तरफ से जो एकमात्र ऑफर आया, वह लोन डील थी, जिसे एस्टन विला ने तुरंत ठुकरा दिया।
मार्टिनेज़ का विला के साथ 2029 तक का कॉन्ट्रैक्ट है।
उनका वेतन ओनाना से भी अधिक है।
विला की ओर से 30 मिलियन पाउंड से अधिक की मांग की गई थी।
यूनाइटेड इसके लिए तैयार नहीं हुआ और उसने अपना ध्यान 18 मिलियन यूरो में रॉयल एंटवर्प से लैमेंस की ओर मोड़ लिया।
मार्टिनेज़ ने इस बीच विला का ट्रेनिंग कैंप छोड़ दिया और अर्जेंटीना लौट गए, जहां उन्हें सितंबर में दो विश्व कप क्वालिफायर मैच खेलने हैं।
गैलाटसराय ने मार्टिनेज़ को 21.6 मिलियन यूरो का प्रस्ताव दिया था, लेकिन उन्होंने इसे ठुकरा दिया।
सऊदी अरब के एक क्लब का ऑफर भी मार्टिनेज़ ने स्वीकार नहीं किया।
तुर्की में ट्रांसफर विंडो अभी खुली है, लेकिन ऐसा लगता है कि मार्टिनेज़ अब कहीं और नहीं जाएंगे।
इस सबके बीच बड़ा सवाल यही है कि क्या एमी मार्टिनेज़ अब एस्टन विला में ही बने रहेंगे?
हालाँकि वह उनाई एमरी की योजनाओं में अहम भूमिका निभाते आए हैं, लेकिन बार-बार के ट्रांसफर प्रयासों के बाद उनके और कोचिंग स्टाफ के बीच तनाव की संभावनाएं भी जताई जा रही हैं।