आवाज द वाॅयस/नई दिल्ली
पाकिस्तान सुपर लीग (पीएसएल) के नौवें सीजन का समापन सोमवार को कराची के नेशनल स्टेडियम में इस्लामाबाद यूनाइटेड की जीत के साथ हुआ.हालिया इवेंट में जहां कई नए चेहरों ने अपनी प्रतिभा दिखाई, वहीं कई बड़े नाम खराब प्रदर्शन के कारण अलोकप्रिय भी रहे.
लाहौर कलंदर्स के कप्तान शाहीन शाह अफरीदी और कराची किंग्स के कप्तान शान मसूद भी उन खिलाड़ियों में शामिल हैं जो अपना जादू फिर से जगाने में नाकाम रहे हैं.जहां दोनों खिलाड़ियों को अपना व्यक्तिगत प्रदर्शन दिखाने में दिक्कतों का सामना करना पड़ा, वहीं उनके फैसलों के कारण उनकी-अपनी टीमों की हार भी हुई.शाहीन शाह अफरीदी पाकिस्तान टी20के कप्तान हैं जबकि शान मसूद टेस्ट टीम के कप्तान हैं.
जो कप्तान घरेलू क्रिकेट में अपनी टीम का अच्छे से नेतृत्व नहीं कर पा रहा है, वह अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पाकिस्तानी टीम को क्या सफलता दिला पाएगा, यह इस समय क्रिकेट प्रशंसकों के सामने एक बड़ा सवाल है.डिफेंडिंग चैंपियन लाहौर कलंदर्स को हालिया सीज़न में लगातार हार का सामना करना पड़ा.कलंदर्स ने नौ मैचों में से केवल एक मैच जीता, जबकि बारिश के कारण स्थगित हुए मैच के अलावा कलंदर्स को लगातार असफलता का सामना करना पड़ा.
कराची किंग्स ने 10में से चार मैच जीते और छह हारे.दोनों टीमें टूर्नामेंट से सबसे पहले बाहर हुईं.लाहौर कलंदर्स के कप्तान शाहीन शाह का व्यक्तिगत प्रदर्शन भी बहुत प्रभावशाली नहीं रहा है.पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) की पीएसएल 9की गेंदबाजी रैंकिंग के अनुसार, शाहीन शाह अफरीदी ने नौ मैचों में 14विकेट लिए और सातवें स्थान पर रहे.
पीएसएल 9की बल्लेबाजी रैंकिंग में शाहीन शाह लगातार आउट ऑफ फॉर्म रहे.नौ मैचों में उन्होंने सिर्फ एक अर्धशतक पूरा किया, जबकि टूर्नामेंट की ओवरऑल रैंकिंग में वह 107रनों के साथ 46वें स्थान पर हैं.क्रिकेट पर गहरी नजर रखने वाले पत्रकार और खेल विश्लेषक शाकिर अब्बासी कहते हैं, "लाहौर कलंदर्स का टूर्नामेंट से सबसे पहले बाहर होना निश्चित रूप से एक कप्तान के रूप में शाहीन शाह अफरीदी के प्रदर्शन पर सवालिया निशान है."
उन्होंने कहा, 'शाहीन का व्यक्तिगत प्रदर्शन काफी हद तक पर्याप्त रहा है. उन्होंने नौ मैचों में 14विकेट लिए हैं, हालांकि उनका औसत 10रन प्रति ओवर है, लेकिन एक गेंदबाज के तौर पर यह बेहतर प्रदर्शन है.शाहीन शाह अफरीदी टी20के कप्तान हैं.इस साल पाकिस्तानी टीम को वर्ल्ड कप में जाना है, ऐसे में उनकी कप्तानी पर गंभीर सवाल खड़े होते हैं.
उन्होंने कहा, 'लाहौर कलंदर्स के नेतृत्व की गलतियों के कारण टीम अंतिम स्थान पर पहुंच गई, अन्यथा क्षमताओं के मामले में टीम इतनी बुरी नहीं थी.' शाहीन शाह अपनी टीम को ठीक से नहीं लड़ सके, न ही प्लेइंग इलेवन का कॉम्बिनेशन बना सके और न ही टीम में वो जोश ला सके जो अतीत में लाहौर कलंदर्स की खासियत रही है.
टी20 फॉर्मेट में नेतृत्व परिवर्तन को लेकर शाकिर अब्बासी कहते हैं, ''यह पीसीबी के लिए चिंताजनक स्थिति है क्योंकि शाहीन शाह को लाहौर के लगातार दो खिताब जीतने के आधार पर कप्तान बनाया गया था.'' लेकिन शाहीन के कप्तान बनते ही पाकिस्तान न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज चार-एक से बुरी तरह हार गया. इसके बाद उनकी परीक्षा पीएसएल थी, वहां भी वे बुरी तरह फ्लॉप रहे.
पीएसएल के प्रदर्शन के आधार पर शाहीन शाह को नेतृत्व सौंपा गया था, इसलिए पीएसएल का प्रदर्शन उन्हें नेतृत्व से हटाने का औचित्य भी प्रदान करता है.अगर बोर्ड नेतृत्व बदलने के बारे में सोच रहा है तो यह न्यूजीलैंड सीरीज से पहले किया जाना चाहिए.
एक निजी न्यूज चैनल से जुड़े स्पोर्ट्स एंकर हसनैन लियाकत ने उर्दू न्यूज से बात करते हुए कहा कि टी20वर्ल्ड कप के लिए शाहीन अफरीदी को कप्तान बनाया गया है. अब शाहीन अफरीदी पांच में से चार मैच हार चुके हैं और फिर पीएसएल के नौ में से आठ मैच भी हार चुके हैं. तो ये एक अंतर था कि राशिद खान के टीम में नहीं होने के कारण शाहीन अपनी नेतृत्व क्षमता का इस तरह इस्तेमाल नहीं कर सके.
शाहीन शाह की कप्तानी जारी रहने के बारे में हसनैन कहते हैं, ''मेरी निजी राय है कि पीसीबी को पीएसएल के आधार पर कप्तानी का फैसला नहीं करना चाहिए.''"आपको (पीसीबी को) पीएसएल के आधार पर फैसला करना होगा.अगर क्वेटा ग्लैडिएटर्स ने पीएसएल जीता, तो क्या वे रिले रूसो को पाकिस्तानी नागरिकता देकर कप्तान बनाएंगे?"
हसनैन कहते हैं कि "मुझे लगता है कि मुहम्मद रिज़वान इस समय कप्तान के पद के लिए सर्वश्रेष्ठ हैं क्योंकि वह चार साल से अपनी टीम को फाइनल तक पहुंचा रहे हैं."उन्होंने कहा कि पूर्व कप्तान बाबर आजम भी दोबारा कप्तान बनना चाहते हैं. ये खबर बिल्कुल भी सच नहीं है कि उन्होंने दोबारा कप्तान बनने से इनकार कर दिया है.
शाहीन शाह अफरीदी कप्तान बने रहना चाहते हैं, रिजवान भी कप्तान बनना चाहते हैं और पीएसएल टीमों के कोचों की भी यही राय है कि रिजवान को कप्तान बनना चाहिए.कराची किंग्स के कप्तान शान मसूद भी पीएसएल के असफल कप्तान थे.उन्होंने 10पारियों में 15.8की औसत और 105की स्ट्राइक रेट से सिर्फ 158रन बनाए.शान मसूद के बारे में शाकिर अब्बासी का कहना है कि 'शान मसूद टेस्ट टीम के कप्तान हैं, टेस्ट और टी20कप्तानी में अंतर है. उन्होंने एक कप्तान के तौर पर अच्छा प्रदर्शन किया है.