लंदन
इंग्लैंड के सीमित ओवरों के सलामी बल्लेबाज फिल साल्ट इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) सहित पिछले दो वर्षों से जिस बल्ले का उपयोग कर रहे थे उसे शुरू में मैदान पर गेज परीक्षण में गलत पाया गया था, लेकिन बाद में आगे की जांच के बाद इसे मंजूरी दे दी गई।
इंग्लिश काउंटी क्रिकेट में लंकाशर की तरफ से खेलने वाले 28 वर्षीय साल्ट ने इस साल की शुरुआत में रॉयल चैलेंजर बेंगलुरु की पहली आईपीएल खिताबी जीत में अहम भूमिका निभाई थी। आईपीएल 2025 में उन्होंने 13 मैचों में 403 रन बनाए थे, जो विराट कोहली (15 मैचों में 657) के बाद उनकी टीम के लिए दूसरे सबसे ज़्यादा रन थे।
लंकाशर क्रिकेट ने एक बयान में कहा कि नॉर्थेंट्स स्टीलबैक्स के खिलाफ शुक्रवार को हुए विटैलिटी ब्लास्ट टी-20 मैच के दौरान साल्ट द्वारा इस्तेमाल किए गए बल्ले को क्रिकेट नियामक की भ्रष्टाचार निरोधक इकाई (एसीयू) ने मंजूरी दे दी है।
क्लब ने बयान में कहा, ‘‘साल्ट पर ईसीबी (इंग्लैंड एवं वेल्स क्रिकेट बोर्ड) के नियम 3.2 और 3.3 के उल्लंघन का आरोप है, क्योंकि विटैलिटी ब्लास्ट मैच के दौरान उनका बल्ला मैदान पर गेज परीक्षण में सही नहीं पाया गया था। यह वही बल्ला है जिसका इस्तेमाल उन्होंने पिछले दो साल से इंग्लैंड, लंकाशर और आईपीएल के लिए बिना किसी समस्या के किया।’’
बयान के अनुसार, ‘‘लेकिन क्रिकेट नियामक संस्था द्वारा बाद में किए गए परीक्षण में इसे सही पाया गया। क्लब और खिलाड़ी को इस बारे में सूचित कर दिया गया है और अब इस मामले में आगे कोई कार्रवाई नहीं की जाएगी।’’