विशाखापत्तनम
कप्तान एलिसा हीली की शानदार 142 रन की पारी और अनाबेल सदरलैंड के पांच विकेट की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने महिला विश्व कप के इतिहास में सबसे बड़े लक्ष्य का पीछा करते हुए रविवार को भारत को तीन विकेट से हरा दिया। इस जीत ने भारत की सेमीफाइनल की राह को काफी मुश्किल बना दिया है।
ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए 331 रन का रिकॉर्ड लक्ष्य मिला था, जिसे हीली ने 107 गेंद में 21 चौकों और तीन छक्कों की मदद से 142 रन बनाकर आसान बना दिया। चोटिल एलिसे पैरी ने मैदान छोड़ने के बाद वापसी कर स्नेह राणा को छक्का लगाकर टीम को एक ओवर पहले जीत दिलाई। इससे पहले ऑस्ट्रेलिया के नाम महिला विश्व कप में सबसे बड़े लक्ष्य का पीछा करने का रिकॉर्ड था, जो 2022 में भारत के खिलाफ 278 रन था।
भारत ने स्मृति मंधाना (80) और प्रतिका रावल (75) के बीच पहले विकेट के लिए 155 रन की मजबूत साझेदारी की मदद से अपना सर्वश्रेष्ठ स्कोर 330 रन बनाया। हालांकि सदरलैंड ने पांच विकेट लेकर भारत की पारी को 48.5 ओवर में समेट दिया। भारत ने आखिरी छह विकेट 36 रन के अंदर खो दिए, जिसका खामियाजा उसे भुगतना पड़ा।
अब भारत को सेमीफाइनल की उम्मीदें बनाए रखने के लिए इंग्लैंड, न्यूजीलैंड और बांग्लादेश के खिलाफ अपने अगले तीन मैच जीतने होंगे, साथ ही अन्य मैचों के परिणाम भी अनुकूल होने होंगे।
भारत का शीर्षक्रम इस मैच में अच्छा प्रदर्शन करते हुए दर्शकों का मनोरंजन किया। स्मृति मंधाना ने आठवें ओवर में मोलिनू को छक्का लगाकर एक कैलेंडर वर्ष में 1000 वनडे रन पूरे करने वाली पहली महिला क्रिकेटर बनने का रिकॉर्ड तोड़ा। उन्होंने वनडे क्रिकेट में 5000 रन भी पूरे किए, जिससे वे मिताली राज के बाद भारत की दूसरी और विश्व की पांचवीं बल्लेबाज बनीं।
ऑस्ट्रेलिया ने शुरुआत में हीली और फीबी लिचफील्ड के साथ मजबूत शुरुआत की। भारत की गेंदबाजी को भारी पड़ते देखकर कप्तान हरमनप्रीत ने स्पिनर श्री चरणी को जल्दी गेंद सौंपी, जिन्होंने लिचफील्ड को आउट कर पहली सफलता दिलाई। एलिसे पैरी ने फिजियो की मदद लेकर मैदान छोड़ा लेकिन बाद में वापसी कर टीम के लिए अहम योगदान दिया।
भारत की तरफ से श्री चरणी ने 10 ओवर में 41 रन देकर तीन विकेट लिए, जबकि दीप्ति शर्मा को दो विकेट मिले। भारत की बल्लेबाजी में स्मृति मंधाना और प्रतिका रावल ने अच्छी शुरुआत दी, लेकिन निचले क्रम ने निराश किया।
आस्ट्रेलिया की गेंदबाजी में अनाबेल सदरलैंड और सोफी मोलिनू ने महत्वपूर्ण विकेट लिए और भारत की पारी को जल्दी समाप्त किया। अंत में हीली की नाबाद पारी और पैरी की फिनिशिंग ने टीम को जीत दिलाई।
इस तरह ऑस्ट्रेलिया ने 331 रन के विशाल लक्ष्य का सफलतापूर्वक पीछा कर विश्व कप इतिहास में नया कीर्तिमान स्थापित किया।