ग्रेटर नोएडा
उभरती भारतीय मुक्केबाज प्रीति पवार ने ओलंपिक पदक विजेता और तीन बार की विश्व चैंपियन चीनी ताइपे की हुआंग सियाओ वेन को हराकर विश्व मुक्केबाजी कप फाइनल्स के स्वर्ण पदक मुकाबलों में प्रवेश किया। वहीं, अरुंधति चौधरी और परवीन हुड्डा ने शानदार वापसी करते हुए अपने-अपने खिताबी मुकाबलों में जगह बनाई।
मीनाक्षी हुड्डा (48 किग्रा), नूपुर (+80 किग्रा), अंकुश फंगाल (80 किग्रा), अभिनाश जामवाल (65 किग्रा) और नरेंद्र बेरवाल (+90 किग्रा) भी अपने-अपने भार वर्गों में फाइनल में पहुँच गए।
54 किग्रा वर्ग की प्रीति ने अनुभवी हुआंग को आरंभ से ही दबदबा बनाने का मौका नहीं दिया और 4-0 से शानदार जीत हासिल की। प्रीति ने कहा, “मुझे पता था कि वह विश्व चैंपियन हैं, लेकिन विश्व चैंपियन बनने के लिए आपको विश्व चैंपियन को हराना ही होगा। मैंने पूरे मुकाबले में अपना 100% प्रदर्शन दिया।”
डेढ़ साल बाद कलाई की चोट के बाद अंतरराष्ट्रीय मंच पर वापसी कर रही अरुंधति ने 70 किग्रा वर्ग के सेमीफाइनल में जर्मनी की लियोनी म्यूलर को तीसरे राउंड में आरएससी के जरिए हराया। उन्होंने मुकाबले में आक्रामकता बनाए रखते हुए दो बार अपनी प्रतिद्वंद्वी को गिराया।
60 किग्रा वर्ग की परवीन ने पोलैंड की विश्व चैंपियनशिप की रजत पदक विजेता राइगेल्स्का अनेटा एल्जबिएटा को करीबी मुकाबले में 3-2 से हराकर फाइनल में प्रवेश किया। परवीन ने कहा, “मैंने न केवल मुकाबला जीता बल्कि अपना आत्मविश्वास भी वापस पाया।”
विश्व चैंपियन मीनाक्षी ने कोरिया की बाक चो-रोंग पर 5-0 से जीत दर्ज की। अंकुश ने ऑस्ट्रेलिया के मार्लन सेवेहोन को 5-0 से हराया, जबकि नूपुर ने यूक्रेन की मारिया लोवचिन्स्का पर समान अंतर से जीत हासिल की।
नवीन कुमार (90 किग्रा) और स्वीटी (75 किग्रा) सेमीफाइनल में हारकर कांस्य पदक पर संतोष करने को मजबूर हुए।