मुरली श्रीशंकर ने बनाया इतिहास, लंबी कूद में रजत पदक जीतने वाले पहले भारतीय पुरुष एथलीट
आवाज द वाॅयस/बर्मिंघम
सीडब्ल्यूजी 2022 में भारतीय लॉन्ग जम्पर मुरली श्रीशंकर ने ट्रैक एंड फील्ड में भारत का दूसरा पदक जीता है. श्री शंकर ने पुरुषों की लंबी कूद के फाइनल में 8.08 मीटर की सर्वश्रेष्ठ छलांग लगाकर रजत पदक जीता. इसके साथ श्री शंकर राष्ट्रमंडल खेलों के इतिहास में लंबी कूद स्पर्धा में भारत के लिए रजत पदक जीतने वाले पहले भारतीय पुरुष एथलीट बन गए.
इससे पहले पूर्व महिला एथलीट अंजू बॉबी जॉर्ज और प्रजोशा मलाइखेल ने पदक जीते हैं. अंजू बॉबी ने 2002 कॉमनवेल्थ गेम्स में लॉन्ग जंप में ब्रॉन्ज और 2010 कॉमनवेल्थ गेम्स में प्रजेवशा ने सिल्वर मेडल जीता था. वहीं, सुरेश बाबू ने 1978 के राष्ट्रमंडल खेलों में पुरुषों का कांस्य पदक जीता था. प्रजोशा के बाद लंबी कूद में भारत का यह दूसरा रजत पदक है.
सातवें दिन भारत का पहला पदक श्री शंकर का था. श्रीशंकर के बाद पैरा पावरलिफ्टर सुधीर ने स्वर्ण पदक जीता. इससे पहले, चार भारतीय मुक्केबाज सेमीफाइनल में पहुंचे और भारत के लिए चार पदक भी हासिल किए. अमित पिंगहल, सागर अहलावत, रोहित टूक्स ने पुरुष बॉक्सिंग और जैस्मीन ने महिला बॉक्सिंग में सेमीफाइनल में जगह बनाई है.
बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में कुल सात भारतीय मुक्केबाज अपनी-अपनी स्पर्धाओं में सेमीफाइनल में पहुंच गए हैं. भारत अब तक बर्मिंघम में कुल 20 पदक जीत चुका है. इनमें छह स्वर्ण, सात रजत और सात कांस्य पदक शामिल हैं.
बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में ट्रैक और फील्ड में श्री शंकर का पदक भारत का दूसरा पदक है. इससे पहले तेजसवान शंकर ने ऊंची कूद में भारत के लिए कांस्य पदक जीता था. मुरली श्रीशंकर ने अपने पहले तीन प्रयासों में 7.84 मीटर का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया. श्री शंकर ने पहले प्रयास में 7.60 मीटर, दूसरे प्रयास में 7.84 मीटर और तीसरे प्रयास में 7.84 मीटर की दूरी तय की. श्री शंकर पहले तीन प्रयासों के बाद छठे स्थान पर थे.