आवाज द वॉयस /चेन्नई
मुंबई के हरफनमौला खिलाड़ी शम्स मुलानी का लक्ष्य 2021-22 में घरेलू क्रिकेट के अपने प्रदर्शन को मौजूदा सत्र में दोहराना है. इसकी शुरुआत सितंबर की में दलीप ट्रॉफी से हुई है.
मुलानी का 2021-22 सीजन बल्ले और गेंद दोनों से शानदार रहा. वह रणजी ट्रॉफी में शीर्ष विकेट लेने वाले गेंदबाज थे. उन्होंने बल्ले से भी शानदार रणजी का प्रदर्शन किया. नौ पारियों में 40.12 की औसत से पांच अर्धशतकों के साथ 321 रन बनाए.
मुलानी ने मुंबई के लिए अंडर-25 सीके नायडू ट्रॉफी भी जीती. दलीप ट्रॉफी के दौरान चल रहे 2022-23 सीजन में, मुलानी अपना प्रथम श्रेणी शतक बना सकते थे, लेकिन नॉर्थ ईस्ट जोन के खिलाफ तीन रन से चूक गए.
वह पिछले सीजन के अपने सम्मान पर आराम नहीं करना चाहता. इस बार भी अपने शानदार प्रदर्शन को दोहराने का लक्ष्य रखा है.वह कहते हैं,अगर मैं शतक बना लेता तो मुझे खुशी होती, लेकिन यह मेरे लिए भी सीखने की प्रक्रिया है. जैसे कि नब्बे रन होने पर कैसे खेलना है. यह खेल हमारे लिए एक अच्छा अभ्यास खेल था, क्योंकि जाहिर है कि वे एक अच्छा गेंदबाजी आक्रमण था, ”
ईएसपीएन क्रिकइन्फो ने मुलानी के हवाले से कहा कि सिर्फ इसलिए कि विकेट ज्यादा मदद नहीं कर रहा था. इसका मतलब यह नहीं है कि उन्होंने अच्छी गेंदबाजी नहीं की. सीजन में जाना, यह एक अच्छी शुरुआत है, और उम्मीद है कि यह जारी रहेगा. बल्ले और गेंद से मेरी फॉर्म अच्छी है. मैं पिछले साल जो किया था उसे दोहराने की कोशिश करूंगा.
मुलानी ने 26 ओवर तक विकेट के लिए कड़ी मेहनत की, लेकिन चेपॉक की पिच पर केवल एक ही विकेट हासिल कर सके जिससे उनकी स्पिन को कोई मदद नहीं मिली.ऑलराउंडर अपनी टीम के लिए लंबे स्पैल डालने के लिए तैयार है.
वह कहते हैं,पिछला सीजन मेरे लिए शानदार था. लेकिन वह अब अतीत में है. मैं एक नई शुरुआत करना चाहता हूं, क्योंकि विकेट अलग होने जा रहे हैं. मुझे कठिन ट्रैक पर गेंदबाजी करने की जरूरत है जहां गेंद ज्यादा स्पिन नहीं कर रही है.
उन्होंने कहा, मुझे सूखे पिचों पर, भी विकेट लेने की जरूरत है. हां, पिछला सीजन मेरे लिए बहुत अच्छा था. हर कोई कह रहा था, वाह, अच्छा किया!, लेकिन मैं नए सीजन में भी ऐसाह ी उम्मीद नहीं कर रहा हूं. मैं अपनी गेंदबाजी पर काम कर रहा हूं. देखते हैं कि क्या यह होता है.