लंदन
भारत और इंग्लैंड के बीच चल रही टेस्ट श्रृंखला के निर्णायक पांचवें टेस्ट से दो दिन पहले ‘द ओवल’ में उस समय तनावपूर्ण स्थिति बन गई जब भारतीय टीम के मुख्य कोच गौतम गंभीर और मैदान के मुख्य क्यूरेटर ली फोर्टिस के बीच तीखी बहस हो गई।
घटना उस समय हुई जब फोर्टिस ने भारतीय टीम के सहयोगी स्टाफ को निर्देश दिया कि वे पिच से 2.5 मीटर दूर रहें। इस बात पर गंभीर भड़क उठे और उन्होंने मैदानकर्मियों की ओर इशारा करते हुए कहा, "तुम हमें नहीं बताओगे कि क्या करना है, तुम सिर्फ एक मैदानकर्मी हो और उससे ज्यादा कुछ नहीं।"
इस पर फोर्टिस ने जवाब दिया कि उन्हें इस व्यवहार की शिकायत करनी होगी। हालांकि इस बहस से पहले तक भारतीय टीम का अभ्यास सत्र सामान्य रूप से चल रहा था। कप्तान शुभमन गिल इस सत्र में शामिल नहीं थे, लेकिन अन्य 10 खिलाड़ी मैदान पर अभ्यास कर रहे थे।
भारत के बल्लेबाजी कोच सितांशु कोटक ने स्थिति को संभालने की कोशिश की और फोर्टिस को गंभीर से दूर ले गए। कोटक ने कहा, "हम सिर्फ पिच का निरीक्षण कर रहे थे, और किसी ने आकर कहा कि हमें रस्सी के बाहर से ही देखना है। हमारे खिलाड़ियों ने स्पाइक्स नहीं पहने थे, इसलिए पिच को कोई नुकसान नहीं हो सकता था।"
कोटक ने आगे कहा कि फोर्टिस के साथ काम करना आसान नहीं है और उनका व्यवहार बेहद संवेदनशील है। उन्होंने कहा, "किसी चीज़ से लगाव होना अच्छी बात है, लेकिन अति लगाव कभी-कभी समस्या बन जाता है। यह पिच कोई 200 साल पुरानी विरासत नहीं है जिसे छू नहीं सकते।"
फोर्टिस, जो पिछले तीन सालों से ECB द्वारा सर्वश्रेष्ठ मल्टी-डे पिच के लिए सम्मानित होते आ रहे हैं, ने मीडिया से बात करने से बचते हुए केवल इतना कहा, "यह बड़ा मैच है और वो (गंभीर) थोड़े भावुक हैं।"
स्थिति उस समय और बिगड़ गई जब फोर्टिस ने एक भारतीय सहयोगी स्टाफ सदस्य को कूलिंग बॉक्स मुख्य स्क्वायर के पास ले जाने से रोका और चिल्लाकर मना किया। कोटक ने कहा कि कूलिंग बॉक्स मुश्किल से 10 किलो का था और इससे मैदान को कोई नुकसान नहीं हो सकता था।
कोच कोटक ने बताया, "गौतम ने बस यही कहा कि सपोर्ट स्टाफ से इस तरह मत बात करो, क्योंकि वे उनके अधीन हैं। मैदानकर्मी किसी सपोर्ट स्टाफ पर चिल्ला नहीं सकते।"
फोर्टिस द्वारा जब कहा गया कि वो शिकायत दर्ज कराएंगे, तो गंभीर ने पलट कर कहा, "आपको जो करना है, जाइए और कर लीजिए।"
इस पूरे घटनाक्रम को सपोर्ट स्टाफ के सदस्य मोर्ने मोर्कल और रियान टेन डोइशे ने भी देखा। बहस के बाद गंभीर कुछ देर के लिए मैदान से हटे लेकिन बाद में अभ्यास के लिए लौट आए।
अभ्यास सत्र में सबसे पहले बल्लेबाज साई सुदर्शन पहुंचे। इसके बाद कुलदीप यादव और अर्शदीप सिंह को भी नेट्स में अभ्यास करते देखा गया। तेज गेंदबाज अर्शदीप, गेंदबाजी कोच मोर्कल की निगरानी में बॉलिंग प्रैक्टिस करते नजर आए।
हालांकि इस घटनाक्रम को लेकर भारतीय टीम ने इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ECB) से कोई आधिकारिक शिकायत दर्ज नहीं कराई है। कोटक ने कहा कि टीम का ध्यान पूरी तरह से मैच की तैयारियों पर है।
अब देखना होगा कि यह विवाद निर्णायक टेस्ट पर कोई असर डालता है या नहीं। भारत और इंग्लैंड के बीच यह मुकाबला सीरीज के लिहाज़ से बेहद अहम है।