बेंगलुरु
स्पिनर सारांश जैन और कुमार कार्तिकेय ने दक्षिण क्षेत्र के बल्लेबाजों की अनिश्चितता का भरपूर फायदा उठाते हुए पहले ही दिन दुलीप ट्रॉफी फाइनल में मध्य क्षेत्र को मजबूत स्थिति में ला दिया है। जैन और कार्तिकेय ने मिलकर नौ विकेट झटके, जिसकी बदौलत दक्षिण क्षेत्र की टीम अपनी पहली पारी में केवल 149 रन पर ढेर हो गई।
जैन (5/49) और कार्तिकेय (4/53) ने मिलकर 45 ओवर फेंके। जवाब में, दिन का खेल खत्म होने तक मध्य क्षेत्र ने बिना किसी नुकसान के 50 रन बना लिए थे और वे अभी भी दक्षिण क्षेत्र से 99 रन पीछे हैं। स्टंप्स पर दानिश मालेवार (28) और अक्षय वाडकर (20) क्रीज पर थे।
दक्षिण क्षेत्र की निराशाजनक बल्लेबाजी
दक्षिण क्षेत्र की बल्लेबाजी की कमजोरी ने जैन और कार्तिकेय का काम और भी आसान कर दिया। दक्षिण क्षेत्र की टीम ने घबराहट में खेलना शुरू कर दिया। सलामी बल्लेबाज मोहित काले (6) ने 16वें ओवर में कार्तिकेय के खिलाफ एक लापरवाह स्वीप शॉट खेलने का प्रयास किया और बोल्ड हो गए। इसके बाद तो जैसे विकेटों की झड़ी लग गई, और लंच से पहले ही दक्षिण क्षेत्र ने 64 रन पर चार विकेट गंवा दिए।
इस दौरान सबसे बड़ा झटका तन्मय अग्रवाल (31) का रन आउट होना था, जो अपने साथी रिकी भुई (15) से क्रीज के बीच में टकराने के बाद आउट हो गए। इसके बाद कार्तिकेय ने मोहम्मद अजरुद्दीन को एक शानदार गेंद पर क्लीन बोल्ड कर दिया।
लंच के बाद भी दक्षिण क्षेत्र के बल्लेबाज अपनी अनिश्चितता से बाहर नहीं निकल पाए। आंद्रे सिद्धार्थ इसका एक और उदाहरण थे। उन्होंने कार्तिकेय की गेंद पर आगे बढ़कर खेलने का प्रयास किया, लेकिन वह गेंद की लाइन को समझ नहीं पाए और स्टंप हो गए।
सलमान निजार (24) दक्षिण क्षेत्र की पारी को 200 के करीब ले जाने की आखिरी उम्मीद थे, लेकिन वे भी जैन की गेंद पर हाफ-हर्टेड शॉट खेलकर आउट हो गए। उनके आउट होने के बाद, दक्षिण क्षेत्र की पारी जल्द ही सिमट गई। जैन ने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में अपना नौवां और इस टूर्नामेंट में लगातार दूसरा पाँच विकेट हॉल पूरा किया।
मध्य क्षेत्र की ठोस शुरुआत
दिन के अंत में, मध्य क्षेत्र के सलामी बल्लेबाज मालेवार और अक्षय वाडकर ने दक्षिण क्षेत्र के बल्लेबाजों की तुलना में बहुत ही आत्मविश्वास दिखाया। उन्होंने सही से गेंद का आकलन किया और अपनी पारी को सँभाला।
हालांकि, कुछ मौकों पर गेंद बल्ले को छूकर निकली और लेग बिफोर की अपील भी हुई, लेकिन इससे मध्य क्षेत्र के बल्लेबाजों पर कोई असर नहीं पड़ा। मालेवार ने खासतौर पर तेज गेंदबाज गुरजपनेत सिंह के खिलाफ शानदार बल्लेबाजी की और एक ही ओवर में दो चौके जड़े। मध्य क्षेत्र की मजबूत शुरुआत से यह साफ है कि आने वाले दिनों में वे मैच पर अपनी पकड़ और मजबूत करने की कोशिश करेंगे।