सिराज ने भारत को दिलाई ऐतिहासिक जीत, सीरीज़ 2-2 से बराबर

Story by  एटीवी | Published by  [email protected] | Date 04-08-2025
'Courageous Siraj gives India a historic win, series tied 2-2
'Courageous Siraj gives India a historic win, series tied 2-2

 

लंदन

मोहम्मद सिराज की जुझारू गेंदबाज़ी और कभी हार न मानने वाली मानसिकता ने भारत को इंग्लैंड के खिलाफ पांचवें और अंतिम टेस्ट में 6 रन से रोमांचक जीत दिला दी, और इसी के साथ यह हाई-वोल्टेज सीरीज़ 2-2 से ड्रॉ रही।

मैच के पांचवें दिन इंग्लैंड को जीत के लिए सिर्फ 35 रन और 4 विकेट की ज़रूरत थी। लेकिन सिराज ने खेल की पहली ही गेंद से इंग्लिश बल्लेबाज़ों को मुश्किल में डाल दिया। दूसरे छोर से प्रसिद्ध कृष्णा ने उनका शानदार साथ निभाया और आखिरकार इंग्लैंड को सिर्फ 6 रन से हार झेलनी पड़ी।

चौथे दिन बारिश के कारण खेल जल्दी रोके जाने पर स्टुअर्ट ब्रॉड और माइकल वॉन जैसे दिग्गजों ने सवाल उठाए थे, लेकिन यह निर्णायक मुकाबला आखिरी दिन तक खिंचा और दर्शकों को हर पल रोमांचित करता रहा। ओवल में 27,500 दर्शक पूरी तरह मौजूद थे, जिनकी गूंज भारत के समर्थन में गूंजती रही।

मैच की शुरुआत धूप में हुई थी लेकिन कुछ घंटे पहले ही आसमान में बादल छा गए। इंग्लैंड ने जैसे ही खेल शुरू किया, ओवरटन ने प्रसिद्ध की गेंद पर दो चौके लगाए और लक्ष्य 27 रन रह गया।

लेकिन सिराज ने अगली ही गेंद पर कमाल कर दिया। उन्होंने जेमी स्मिथ को आउटस्विंगर से छकाया और तीसरी गेंद पर बाहरी किनारा निकलवाकर विकेट ले लिया — पूरा स्टेडियम खुशी से झूम उठा।

“मुझे खुद पर भरोसा था कि किसी भी स्थिति से मैच जिता सकता हूं,” सिराज ने मैच के बाद कहा।

इसके बाद सिराज ने ओवरटन को अंदर आती गेंद पर एलबीडब्ल्यू किया। हालांकि गेंद बस लेग स्टंप को छू रही थी, इसलिए अंपायर्स कॉल के चलते आउट करार दिया गया। इंग्लैंड को अब भी 20 रन की जरूरत थी।

प्रसिद्ध कृष्णा ने इसके बाद जोश टंग को फुल लेंथ गेंद पर एलबीडब्ल्यू किया, जिससे इंग्लैंड 350 पर 9 विकेट गंवा चुका था।

इसके बाद मैदान पर दिखा बहादुरी का ऐतिहासिक दृश्य—एक मैच पहले घायल हुए ऋषभ पंत की तरह ही, इंग्लैंड के क्रिस वोक्स बंधी हुई टूटी हुई बांह के साथ बल्लेबाज़ी करने उतरे। यह दृश्य 1963 के कोलिन काउड्रे की याद दिला गया।

वोक्स बल्लेबाज़ी की हालत में नहीं थे, इसलिए गस एटकिंसन ने बड़े शॉट लगाने की कोशिश की और एक गेंद को छक्का बना दिया। स्कोर एकल अंकों तक आ गया और मैच एकदम कांटे पर आ गया।

तभी सिराज ने आखिरी दांव खेला — एक सटीक यॉर्कर से एटकिंसन का ऑफ स्टंप उड़ा दिया और भारत को दिलाई एक यादगार जीत।"मेरा बस एक ही मकसद था – सही एरिया में गेंदबाज़ी करना, चाहे विकेट मिले या रन जाएं," सिराज ने विनम्रता से कहा।

यह जीत न सिर्फ एक मैच थी, बल्कि एक योद्धा की कहानी थी — आत्मविश्वास, धैर्य और जुनून की कहानी, जो हर क्रिकेट प्रेमी के दिल में हमेशा रहेगी।