लंदन
इंग्लैंड के ऑलराउंडर क्रिस वोक्स ने कहा है कि भारत के खिलाफ पांचवें टेस्ट मैच के आखिरी दिन कंधे की हड्डी खिसकने के बावजूद उन्होंने कभी भी बल्लेबाजी न करने का मन नहीं बनाया। हालांकि, चोट लगने के बाद उन्हें अपने करियर को लेकर चिंता जरूर हुई थी।
वोक्स ने अंतिम दिन अंतिम बल्लेबाज के रूप में खेला, उनका बायां हाथ पट्टे से बंधा था और स्वेटर के अंदर छुपा हुआ था। इस मैच में भारत ने छह रन से जीत दर्ज की।वोक्स ने बताया कि उन्होंने ऐसा करना अपना कर्तव्य समझा और अभी भी उन्हें अफसोस है कि इंग्लैंड मैच जीत नहीं पाया। उन्होंने अभी अपने स्कैन रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं।
उन्होंने ‘द गार्जियन’ से बातचीत में कहा, "मुझे नहीं पता कि चोट की गंभीरता क्या है। लेकिन आप जानते हैं कि आप किसी बड़ी चीज़ का हिस्सा हैं। आप केवल अपने लिए नहीं खेल रहे होते।"
वोक्स ने आगे कहा, "यह टीम और साथियों की मेहनत, त्याग और घर पर बैठे लोगों के सपोर्ट के लिए भी होता है। इसलिए ऐसा करना आपका फर्ज़ बन जाता है।"उन्होंने स्वीकार किया कि वह बेहद निराश हैं कि टीम वह कहानी पूरी नहीं कर पाई, लेकिन उन्होंने कभी भी मैदान में न उतरने का विकल्प नहीं सोचा, चाहे जीत के लिए 100 रन ही क्यों न चाहिए हों।
वोक्स ने बताया कि दर्शकों की तालियों के बीच मैदान में उतरना अच्छा अनुभव था, लेकिन वह इसे बहुत बड़ा साहस नहीं मानते।उन्होंने कहा, "तालियां सुनकर अच्छा लगा, कुछ भारतीय खिलाड़ी सम्मान देने आए, लेकिन कोई भी खिलाड़ी ऐसा करता। मैच के नौ विकेट गिरने के बाद हार मान लेना सही नहीं था।"
वोक्स ने खुलासा किया कि उन्होंने चौथे दिन से ही इंग्लैंड के सहायक कोच मार्कस ट्रेस्कोथिक के साथ एक हाथ से बल्लेबाजी की प्रैक्टिस शुरू कर दी थी।उन्होंने कहा, "एक हाथ से गेंद खेलना बहुत दर्दनाक था। हमने जल्दी ही समझ लिया कि बाएं हाथ से खेलने से कंधे को कम नुकसान होगा और मुझे गेंद रोकने में मदद मिलेगी।"
उन्होंने कुछ गेंद खेलीं, कुछ छोड़ीं, और महसूस किया कि यही बचने का एकमात्र तरीका था।इंग्लैंड के इस सीनियर खिलाड़ी ने भारतीय कप्तान शुभमन गिल और उप कप्तान ऋषभ पंत के साथ हुई बातचीत का भी जिक्र किया, जिन्होंने चौथे टेस्ट में टूटे पैर के साथ खेलकर इसी तरह की बहादुरी दिखाई थी।
वोक्स ने कहा, "शुभमन ने मुझे कहा कि मेरा यह हौसला अविश्वसनीय है।"उन्होंने बताया, "मैंने कहा कि आपने भी शानदार प्रदर्शन किया है और आपकी टीम को इसका पूरा श्रेय जाता है।"
वोक्स ने बताया कि ऋषभ पंत ने इंस्टाग्राम पर उनकी एक तस्वीर पर सैल्यूट इमोजी भेजा था, जिसके जवाब में उन्होंने पंत को धन्यवाद दिया और उनकी पैर की चोट ठीक होने की कामना की।
वोक्स ने आगे कहा, "पंत ने मुझे वॉइस नोट भेजा, जिसमें उन्होंने कहा कि उम्मीद है आप जल्दी ठीक होंगे और हम फिर मैदान पर मिलेंगे। मैंने उन्हें टूटा हुआ पैर देखकर माफी मांगी।"इंग्लैंड की दूसरी पारी में एक भी गेंद खेलने से वंचित वोक्स ने कहा कि विकेटों के बीच दौड़ना सबसे कठिन काम था।