ढाका
बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) ने एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए देश में पहली बार अपने स्तर पर लेवल थ्री कोचिंग कोर्स शुरू करने का निर्णय लिया है। इस कोर्स के ज़रिए देश के होनहार और अनुभवी कोचों को उच्च स्तरीय प्रशिक्षण दिया जाएगा, और इसमें मार्गदर्शन करेंगी ऑस्ट्रेलिया की जानी-मानी कोचिंग विशेषज्ञ एश्ले रॉस।
सोमवार को सिलहट में बीसीबी की बोर्ड बैठक आयोजित हुई, जिसमें कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई। इन्हीं में से एक था कोचों के कौशल विकास को लेकर शुरू की जाने वाली इस नई पहल पर निर्णय। बीसीबी की क्रिकेट संचालन समिति के अध्यक्ष नजमुल आबेदीन फहीम ने बैठक के बाद इस फैसले की जानकारी दी।
नजमुल फहीम ने बताया,
“पहली बार, हम अपने संगठन के अंतर्गत लेवल थ्री कोचिंग कोर्स संचालित कर रहे हैं। इससे पहले 2009 में ऐसा कोर्स हुआ था, लेकिन वह ICC और ACC के तहत हुआ था। इस बार यह पूरी तरह बीसीबी की अपनी पहल है।”
उन्होंने यह भी बताया कि इस हाई-प्रोफाइल कार्यक्रम में बांग्लादेश के वो खिलाड़ी और कोच शामिल होंगे जो अब कोचिंग में सक्रिय हैं, लेकिन लेवल थ्री सर्टिफिकेशन नहीं कर पाए हैं। यह कार्यक्रम उनके लिए एक सुनहरा अवसर साबित होगा।
एश्ले रॉस कोचिंग विकास के क्षेत्र में एक प्रतिष्ठित नाम हैं। वे लंबे समय से न केवल खिलाड़ियों के विकास में सक्रिय रही हैं, बल्कि कोचों को ट्रेन करने में भी अग्रणी भूमिका निभाती रही हैं। रॉस इस प्रोग्राम में मुख्य प्रशिक्षक की भूमिका में होंगी और उनके साथ एक अन्य सहयोगी भी प्रशिक्षण में सहयोग करेंगे।
रॉस का ध्यान विशेष रूप से कोच डेवलपमेंट पर केंद्रित रहता है। वे "हाई परफॉर्मेंस कोचिंग" कार्यक्रमों के ज़रिए युवा और उभरते हुए कोचों को मार्गदर्शन देती हैं।
रॉस ने अपने कोचिंग करियर की शुरुआत विक्टोरिया क्रिकेट में कोचिंग निदेशक और सहायक कोच के रूप में की थी। इसके बाद वे न्यूज़ीलैंड क्रिकेट के हाई परफॉर्मेंस सेंटर से जुड़ गईं, जहाँ उन्होंने प्लेयर्स डेवलपमेंट मैनेजर के रूप में सेवाएं दीं।
इस दौरान उन्होंने कोचिंग संरचना को बेहतर करने के लिए कई महत्वपूर्ण मॉडल तैयार किए और कई राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय स्तर के कोचों को प्रशिक्षण दिया।
बांग्लादेश में कोचिंग के स्तर को ऊँचा उठाने के लिए यह पहल बेहद महत्वपूर्ण मानी जा रही है। इससे बांग्लादेश के कोचों को न केवल अंतरराष्ट्रीय स्तर की ट्रेनिंग मिलेगी, बल्कि वे भविष्य में विश्व स्तरीय टीमों को प्रशिक्षित करने में भी सक्षम हो सकेंगे।
बीसीबी का मानना है कि मजबूत कोचिंग आधार ही मजबूत क्रिकेट टीम की नींव है, और इस कोर्स से यही मकसद पूरा होगा।