After the defeat against England, the team learned a lesson from their mistakes and bounced back: Harmanpreet
आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
महिला विश्व कप का खिताब जीतने वाली पहली भारतीय कप्तान बनीं हरमनप्रीत कौर ने कहा कि लीग चरण में इंग्लैंड से मिली हार ने टीम की आंखे खोल दी और उसने गलतियों को नहीं दोहराने का सबक लेकर अपना खिताबी अभियान पूरा किया.
दक्षिण अफ्रीका और आस्ट्रेलिया से ग्रुप चरण में हार के बाद इंग्लैंड के खिलाफ 289 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए भारतीय टीम एक समय तीन विकेट पर 234 रन बनाकर जीत की ओर बढ़ रही थी लेकिन मध्यक्रम के लड़खड़ाने के बाद टीम छह विकेट पर 284 रन ही बना सकी.
इस हार के बाद टीम पर टूर्नामेंट से बाहर होने का खतरा मंडरा रहा था लेकिन उसने शानदार वापसी की.
भारतीय कप्तान ने विश्व कप फाइनल में दक्षिण अफ्रीका को 52 रन से हराने के बाद कहा, ‘‘इंग्लैंड के खिलाफ हारने के बाद हर किसी को लगा कि यह मैच तो हमारे लिए जीतने वाला था, हमारी पारी ऐसे कैसे लड़खड़ा गयी.
उन्होंने कहा, ‘‘ हमारे साथ पहले भी ऐसा हो चुका था और सर (कोच अमोल मजूमदार) ने भी कहा था कि आप एक ही गलती बार-बार नहीं दोहरा सकते हैं। आपको यह बाधा पार करनी होगी और उस मैच के बाद हमारी सोच में काफी बदलाव आया.
उन्होंने कहा कि फाइनल मुकाबले से पहले टीम अतिआत्मविश्वास से बचते हुए जीत को लेकर सकारात्मक थी.