टेनिस में इतिहास रचने को तैयार अनोखा मुकाबला: आर्यना सबालेंका बनाम निक किर्गियोस

Story by  एटीवी | Published by  [email protected] | Date 27-12-2025
A unique match is set to make history in tennis: Aryna Sabalenka vs. Nick Kyrgios
A unique match is set to make history in tennis: Aryna Sabalenka vs. Nick Kyrgios

 

आवाज़ द वॉयस/नई दिल्ली  

टेनिस की दुनिया रविवार को एक ऐसे मुकाबले की गवाह बनने जा रही है, जो अब तक बहुत कम देखने को मिला है। महिलाओं की वर्ल्ड नंबर वन खिलाड़ी, बेलारूस की आर्यना सबालेंका का सामना ऑस्ट्रेलिया के विवादित लेकिन प्रतिभाशाली खिलाड़ी निक किर्गियोस से होगा। पुरुष और महिला टेनिस खिलाड़ियों के बीच होने वाला यह हाई-प्रोफाइल एग्जीबिशन मैच दुबई में खेला जाएगा और इसने पहले ही वैश्विक खेल जगत का ध्यान खींच लिया है।

27 वर्षीय सबालेंका मौजूदा समय में महिला टेनिस की सबसे प्रभावशाली खिलाड़ियों में गिनी जाती हैं। वहीं 30 वर्षीय किर्गियोस, जो विंबलडन के पूर्व फाइनलिस्ट रह चुके हैं, अपने आक्रामक खेल और बेबाक बयानों के लिए जाने जाते हैं। यह मुकाबला सिर्फ टेनिस कौशल का नहीं, बल्कि पुरुष और महिला खेल के बीच तुलना को लेकर चल रही बहस का भी प्रतीक बन गया है।

इस मैच की नींव सितंबर में US ओपन के दौरान पड़ी, जब किर्गियोस ने सार्वजनिक रूप से सबालेंका को चुनौती दी थी। एक इंटरव्यू में उन्होंने दावा किया था कि सबालेंका को हराने के लिए उन्हें अपना “100 प्रतिशत” देने की भी ज़रूरत नहीं पड़ेगी। इतना ही नहीं, उन्होंने यह भी कहा था कि महिलाएं पुरुषों की तेज़ सर्विस का सही ढंग से सामना नहीं कर सकतीं। किर्गियोस के इस बयान ने उस समय खेल जगत में काफी विवाद खड़ा कर दिया था।

हालांकि, सबालेंका ने इस चुनौती को न सिर्फ स्वीकार किया, बल्कि उसे सम्मान और आत्मविश्वास के साथ जवाब भी दिया। उन्होंने कहा कि किर्गियोस के खिलाफ खेलना उनके लिए दुनिया भर की महिला एथलीटों का प्रतिनिधित्व करने जैसा है। सबालेंका ने साफ किया कि वह इस मुकाबले में अपने करियर का सर्वश्रेष्ठ टेनिस खेलने की कोशिश करेंगी और किसी भी तरह की तुलना या दबाव से प्रभावित नहीं होंगी।

यह मुकाबला बेस्ट-ऑफ-थ्री सेट के फॉर्मेट में खेला जाएगा। यदि मैच निर्णायक सेट तक पहुंचता है, तो उसमें 10 अंकों का सुपर टाई-ब्रेकर खेला जाएगा। दुबई में होने वाला यह एग्जीबिशन मैच न सिर्फ रोमांचक खेल का वादा करता है, बल्कि टेनिस में जेंडर, ताकत और कौशल को लेकर चल रही वैश्विक बहस को भी एक नई दिशा देने वाला माना जा रहा है।