आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
ओडिशा के चार स्थानों में पिछले 24 घंटों के दौरान गहरे दबाव के क्षेत्र के प्रभाव से 20 सेंटीमीटर से अधिक भारी बारिश दर्ज की गई। भारत मौसम विभाग (आईएमडी) ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
विभाग ने बताया कि सबसे अधिक 352 मिलीमीटर बारिश कालाहांडी जिले के थुआमुल रामपुर में दर्ज की गई। इसके बाद गजपति जिले के आर उदयगिरि में 291 मिमी. ,गुम्मा में 211 मिमी. जबकि कालाहांडी के जूनागढ़ में शुक्रवार सुबह आठ बज कर 30 मिनट तक 210 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई।
आईएमडी ने कहा कि राज्य के दस स्थानों पर 12 सेमी से 20 सेमी की बहुत भारी बारिश भी दर्ज की गई है, और इसी अवधि में 42 स्थानों पर सात सेंटीमीटर से 11 सेंटीमीटर की भारी बारिश हुई है।
आईएमडी ने पूरे राज्य में बारिश की गतिविधियों का अनुमान लगाया है और सुंदरगढ़ जिले में शुक्रवार को भारी से बहुत भारी बारिश, गरज के साथ बिजली चमकने और 30-40 किलोमीटर प्रति घण्टे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने का 'ऑरेंज' अलर्ट जारी किया है।
आईएमडी ने अपने नवीनतम बुलेटिन में कहा है कि ओडिशा के ऊपर बना गहरा दबाव क्षेत्र 10 किलोमीटर प्रति घण्टे की रफ्तार से उत्तर-उत्तरपश्चिम की ओर बढ़ा और कमजोर होकर दबाव क्षेत्र में तब्दील हो गया।
उन्होंने कहा, "शुक्रवार सुबह आठ बज कर 30 मिनट से अगले 12 घण्टों के दौरान इसके आंतरिक ओडिशा से होते हुए उत्तर-उत्तरपश्चिम की ओर बढ़ने और धीरे-धीरे कमजोर होकर एक स्पष्ट निम्न दबाव क्षेत्र में तब्दील होने की प्रबल संभावना है।"
अधिकारियों ने बताया कि ओडिशा में लगातार भारी बारिश के कारण दीवार गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गई, दो अन्य लापता हैं और तीन लोग घायल हो गए हैं।
गजपति जिला सबसे ज्यादा बुरी तरह प्रभावित हुआ है। गंजम, रायगढ़ा, कोरापुट, नबरंगपुर और मलकानगिरी जैसे अन्य दक्षिणी ओडिशा जिलों में भी सड़कें बह गईं, पुलों के ऊपर से बारिश का पानी बहने, पेड़ गिरने, घर ढहने जैसी अन्य घटनाएं हुईं जिनसे सामान्य जनजीवन पर असर पड़ा है।
राजस्व विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि, "गजपति और गंजम जिले के दो दर्जन से ज्यादा गांव भूस्खलन, पेड़ गिरने और पुलों के क्षतिग्रस्त होने से सड़कें अवरुद्ध होने के कारण राज्य के बाकी हिस्सों से कट गए हैं।" उन्होंने बताया कि शुक्रवार सुबह नौ बजे से बारिश की तीव्रता कम हो गई है।
ओडिशा के वाणिज्य एवं परिवहन मंत्री विभूति भूषण जेना मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी के निर्देश पर गजपति जिले में स्थिति पर नजर रख रहे हैं।
भूस्खलन और रेलवे ट्रैक पर बहते बारिश के पानी ने ट्रेन सेवाओं को प्रभावित किया है।