Flood-hit Jammu and Kashmir should be given a comprehensive relief package: Congress
आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
कांग्रेस ने रविवार को केंद्र सरकार से बाढ़-प्रभावित जम्मू-कश्मीर के लिए व्यापक राहत पैकेज की घोषणा करने और इस तबाही को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने की मांग की।
कांग्रेस की जम्मू-कश्मीर इकाई के अध्यक्ष तारिक हमीद कर्रा ने पिछले महीने किश्तवाड़ और रियासी जिलों में मचैल माता और वैष्णो देवी मंदिरों की ओर जाने वाले मार्गों पर बादल फटने और भूस्खलन की दोहरी घटनाओं में 100 से अधिक तीर्थयात्रियों की मौत की न्यायिक जांच की भी मांग की।
कर्रा ने दावा किया कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की बाढ़ प्रभावित जम्मू की यात्रा ने पीड़ितों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया है।
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘दुर्भाग्य से, 1.40 करोड़ लोगों की उम्मीदें पूरी नहीं हुईं... यह दौरा एक बेपरवाह कदम साबित हुआ। वह (गृह मंत्री) सिर्फ अपनी उपस्थिति दिखाने के लिए दो जगहों (जम्मू) में से एक पर गए और जान गंवाने वाले तीर्थयात्रियों के बारे में बोलने की जहमत नहीं उठाई।’’
उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत केंद्र सरकार पिछली आपदाओं से सबक लेने में विफल रही है और उसने नदियों और बरसाती नालों की वहन क्षमता बढ़ाकर अचानक बाढ़ जैसी प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए कोई ठोस प्रयास नहीं किया।
कर्रा ने कहा, ‘‘हम अनुरोध करते हैं कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सभी हितधारकों से परामर्श कर एक व्यापक योजना बनाई जाए। इसके अलावा, हम क्षतिग्रस्त सार्वजनिक और निजी बुनियादी ढांचे के पुनर्निर्माण और बाढ़ में अपनी खड़ी फसलें खो चुके किसानों सहित सभी प्रभावितों के पुनर्वास के लिए एक व्यापक पैकेज की भी मांग करते हैं।’’
कांग्रेस नेता ने केंद्र सरकार से जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश के कारण आई आपदा को राष्ट्रीय आपदा घोषित करने का आग्रह करते हुए 2015 के भूकंप में नेपाल को दी गई उदार सहायता की याद दिलाई। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर के लोग अपनी जिंदगी को दोबारा पटरी पर लाने के लिए सहायता की उम्मीद कर रहे हैं।