राकेश चौरासिया
करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की मंगलवार को जयपुर में दिन-दहाड़े गोली मारकर हत्या कर दी गई है. #सुखदेव_सिंह_गोगामेड़ी राजपूताना में राष्ट्रीय चेतना की अलग जगाने के लिए जाने जाते रहे हैं और करणी सेना देश भर के क्षत्रियों का एक स्वीकार्य संगठन बनता जा रहा है. जहां भी ठाकुर अस्मिता की बात आती है, तो करणी सेना और सुखदेव सिंह गोगामेड़ी अड़ कर खड़े दिखाई पड़े. फिर चाहे रानी पद्मावती पर आधारित फिल्म का विवाद हो या फिर अकबर की काल्पनिक एवं फिल्मी पत्नी जोधाबाई का मामला हो.
सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या की खबर के बाद उन्हें सोशल मीडिया पर सर्च किया जा रहा है और ट्विटर पर ट्रेंड कर रहे हैं. आज देश के युवा सवाल कर रहे हैं, सुखदेव सिंह गोगामेड़ी कौन है?, सुखदेव सिंह गोगामेड़ी राजस्थान कौन थे?
करणी सेना के देश में एक लाख से ज्यादा सदस्य बताए जाते हैं. इसके सदस्यों में 40 वर्ष तक के युवा शामिल रहते हैं और बाद में उन्हें मार्ग दर्शक मंडल में शामिल कर लिया जाता है. करणी सेना क्षत्रिय, राष्ट्रीय और हिंदू अस्मिता के मुद्दों के अलावा सामाजिक कार्यों में भी संलग्न रहती है और उसने कई सैनिक सम्मान समारोह, स्थानीय खेल कार्यक्रम और रक्तदान शिविर जैसे कार्यक्रम आयोजित किए हैं. गोगामेड़ी कई सालों से 12 जुलाई को अपने जन्म दिन पर रक्तदान शिविर लगाते आ रहे थे.
करणी सेना का एक अलग गुट भी है, जिसके अध्यक्ष लोकेंद्र सिंह कालवी हैं. लोकेंद्र सिंह कालवी, पूर्व प्रधानमंत्री चंद्रशेखर के कार्यकाल में कैबिनेट मंत्री कल्याण सिंह कालवी के पुत्र हैं.
अपने फायरब्रांड व्यक्तित्व और चरित्र के कारण सुखदेव सिंह गोगामेडी का क्षत्रियों में विशेष मान है और वे युवाओं के चहेते हैं, क्यों वे सिर्फ क्षत्रियों के ही नहीं, बल्कि राष्ट्र और हिंदू समुदाय के मान-सम्मान से जुड़े प्रश्नों को उठाते रहते हैं. सुखदेव सिंह गोगामेड़ी के प्रेरणा स्रोत महाराणा प्रताप, पृथ्वीराज चौहान और शिवाजी राजे भोंसले हैं.
सुखदेव सिंह गोगामेड़ी ने 2013 में भादरा विधानसभा के लिए भाजपा से टिकट मांगी थी, लेकिन भाजपा की टिकट न मिलाने पर गोगामेड़ी ने बसपा की टिकट पर चुनाव लड़ा था। वे 33666 वोट लेकर तीसरे स्थान पर रहे थे.
गोगामेडी अपने बयानों के अलावा कई विवादों में भी घिरे हैं. साल 2017 में राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले में रहने वाली एक महिला ने सुखदेव सिंह गोगामेडी पर बलात्कार और जबरदस्ती का आरोप लगाते हुए पुलिस के अंदर एफआईआर दर्ज करवाई थी. हालांकि बाद में यह आरोप झूठा साबित हुआ था. समझा जाता है कि उनकी लोकप्रियता के विरुद्ध षडयंत्र किया गया था.
सुखदेव सिंह गोगामेडी 8 जनवरी, 2017 में एक दुर्घटना का शिकार हो गए थे. तब सुखदेव सिंह गोगामेडी मध्य प्रदेश के शाहजहांपुर में राजस्थान करणी सेना के प्रदेश अध्यक्ष योगेंद्र सिंह कटार, करणी सेना की महिला संरक्षक सुशीला राठौड़, करणी सेना अलवर की महिला जिला अध्यक्ष सीमा सिंह और सुरक्षा गार्डों के साथ एक सभा में भाग लेने जा रहे थे, तो रास्ते में उनकी कार के सामने नीलगाय आ गई और कार पलट गई और वे बाल-बाल बचे. उन्हें कुछ खरोंचें आई थीं.
जनवरी, 2018 में सुखदेव सिंह गोगामेड़ी ने संजय लीला भंसाली की फिल्म रानी पद्मावती के आपत्तिजनक चित्रण को लेकर भीषण आंदोलन किया था, जिसमें पूर्ण हिंदू समुदाय का समर्थन और सहयोग भी मिला था. इस देश व्यापी आंदोलन के तहत कई सिनेमा घरों में तोड़फोड़ हुई थी, दर्जनों कारों को आग के हवाले कर दिया गया था और कई शहरों में कर्फ्य तक लग गया था. आंदोलन बढ़ते देख संजय लीला भंसाली अपनी पद्मावती फिल्म में कई परिवर्तनों के लिए मजबूर हो गए थे. उन्होंने बॉलीवुड फिल्म पद्मावत की शूटिंग के दौरान फिल्म के डायरेक्टर संजय लीला भंसाली को थप्पड़ जड़ दिया था.