मेवात के चित्रकार जुबैर को ‘ हेरिटेज इवेंट’ के लिए बुलावा

Story by  यूनुस अल्वी | Published by  [email protected] | Date 18-01-2024
मेवात के चित्रकार जुबैर को ‘ हेरिटेज इवेंट’ के लिए बुलावा
मेवात के चित्रकार जुबैर को ‘ हेरिटेज इवेंट’ के लिए बुलावा

 

यूनुस अल्वी /नूंह (हरियाणा)

युवा चित्रकार जुबैर हरियाणा के मेव मुस्लिम बहुल जिला नूंह के मकबूल फिदा हुसैन हैं. उन्होंने कम उम्र में ही देश-दुनिया में अपनी चित्रकला का लोहा मनवा लिया है. उनकी प्रतिभा का भारत का चुनाव आयोग भी कायल है. वर्ष 2017 में चुनाव आयोग ने उन्हें सम्मानित किया था. अब उन्हें हरियाणा के पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग ने आमंत्रित किया है.

पुरातत्व एवं संग्रहालय विभाग 21 जनवरी को गुरुग्राम के फर्रुखनगर में ‘हैरीटेज इवेंट’ आयोजित कर रहा है.नूंह जिला के कस्बा फिरोजपुर झिरका निवासी चित्रकार जुबैर अहमद के चित्रों की हरियाणा पुरातत्त्व सर्वेक्षण की ओर से फर्रुखनगर में आयोजित ‘ हेरिटेज इवेंट’ में एकल प्रदर्शनी लगाई जाएगी.


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विभाग का उद्देश्य है इसके माध्यम से हरियाणा के धरोहरों के प्रति लोगों को जागरूकता एवं संस्कृति से रूबरू कराना. इस कार्यक्रम में देश के विभिन्न हिस्से के लोग न केवल शामिल होंगे, उन्हें हरियाणा की ऐतिहासिक धरोहर के महत्व को समझने का मौका भी मिलेगा.

21 जनवरी को गुरुग्राम के फर्रुखनगर कस्बे में स्थित ‘शीश महल’ में कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे. जुबैर अहमद इस इवेंट का प्रमुख हिस्सा होंगे.महल में जुबेर अहमद की तकरीबन 70 पेंटिंग्स की प्रदर्शनी लगेगी. इन चित्रों में मेवात, हरियाणा की संस्कृति और धरोहरों को झलक होगी.

कला प्रेमियों को चित्रों की इस श्रृंखला से लोधी काल से लेकर मुगल काल के ऐतिहासिक  धरोहरों  के बारे में जानने का मौका मिलेगा. इस तरह की एकल प्रदर्शनी पहली बार हरियाणा में लगेगी .
जुबेर अहमद ने बताया, ‘‘उनकी सबसे महंगी पेंटिंग अजंता पर बनी बुद्धा 26 गुफा है, जिसे 1.50 लाख में अमेरिका में खरीदा गया.

जुबैर हेरिटेज इवेंट में अपनी प्रदर्शनी को लेकर बेहद खुश हैं. उनका कहना है कि इस कार्यक्रम से लोग उनके काम को भी करीब से जान सकेंगे.उन्होंने बताया कि पहली जून 2019 को पुन्हाना की नई कोर्ट के  उद्घाटन पर बुलाया गया था.

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इस दौरान उनकी 40 ऐतिहासिक धरोहरों की पेंटिंग की प्रदर्शनी लगाई गई थी. तब तत्कालीन हाई कोर्ट के न्यायाधीश अरविंद सिंह सांगवान ने उन्हें सम्मानित किया था. बाद में उनकी सभी पेंटिंग नूंह जिला न्यायालय में लगा दी गई.
 
उन्होंने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी से फाइन आर्ट में डिग्री की है. अभी वह इसमें पीएचडी कर रहे हैं. साथ ही वह ‘ए जर्नी थ्रो द आर्ट एंड आर्किटेक्चर: मेवात हरियाणा एंड राजस्थान पर एक किताब लिख रहे हैं.