सोमवार को कीजिए भगवान शिव के 12 पवित्र ज्योतिर्लिंगों के दर्शन

Story by  ओनिका माहेश्वरी | Published by  onikamaheshwari | Date 21-07-2025
Visit the 12 holy Jyotirlingas of Lord Shiva on Monday
Visit the 12 holy Jyotirlingas of Lord Shiva on Monday

 

ओनिका माहेश्वरी/ नई दिल्ली
 
भगवान शिव के भक्तों के लिए सोमवार का दिन अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। विशेष रूप से इस दिन शिव के 12 पवित्र ज्योतिर्लिंगों के दर्शन का विशेष महत्व है। शिव को ‘महादेव’ कहा जाता है, और इन पवित्र ज्योतिर्लिंगों के दर्शन से श्रद्धालुओं को शांति, समृद्धि, और मोक्ष की प्राप्ति होती है। 

हर ज्योतिर्लिंग का धार्मिक दृष्टिकोण से गहरा महत्व है और ये भारत के विभिन्न स्थानों पर स्थित हैं। इन पवित्र स्थलों पर दर्शन करने से न केवल जीवन की कठिनाइयाँ दूर होती हैं, बल्कि जीवन में सुख-शांति का वास होता है। सोमवार को भगवान शिव की पूजा और उनके दर्शन का विशेष महत्व है क्योंकि यह दिन शिव के लिए समर्पित है।
 
12 ज्योतिर्लिंगों के विवरण:

सोमनाथ (गुजरात):
 
सोमनाथ ज्योतिर्लिंग गुजरात के सौराष्ट्र क्षेत्र के प्रभास पाटन में स्थित है। इसे भारत के पहले ज्योतिर्लिंग के रूप में जाना जाता है। यह मंदिर समुद्र के किनारे स्थित है और अपनी ऐतिहासिक और धार्मिक महिमा के लिए प्रसिद्ध है। मान्यता है कि भगवान शिव ने इस स्थल पर राक्षसों से युद्ध किया और अपनी दिव्य ज्योति से उन्हें नष्ट किया।
 
मल्लिकार्जुन (आंध्र प्रदेश):
 
मल्लिकार्जुन ज्योतिर्लिंग आंध्र प्रदेश के श्रीशैलम पर्वत पर स्थित है। यह स्थल भगवान शिव और देवी पार्वती के मिलन का प्रतीक माना जाता है। यहां पर एक विशेष पूजा की जाती है, जिसमें भक्तों का जीवन सुखमय बनाने के लिए शिव से आशीर्वाद प्राप्त किया जाता है।
 
महाकालेश्वर (उज्जैन, मध्य प्रदेश):
 
महाकालेश्वर ज्योतिर्लिंग उज्जैन में स्थित है और इसे देश के सबसे पवित्र स्थानों में से एक माना जाता है। उज्जैन शहर का धार्मिक महत्व बहुत अधिक है और यहां भगवान शिव के दर्शन करने से जीवन की सभी कठिनाइयाँ दूर होती हैं। यहाँ विशेष रूप से ‘महाकाल’ की पूजा की जाती है जो मृत्यु के देवता हैं।
 
नागेश्वर (गुजरात):
 
नागेश्वर ज्योतिर्लिंग गुजरात के द्वारका जिले में स्थित है। इसे द्वारका का प्रमुख तीर्थ स्थल माना जाता है। यह स्थल अपने अद्भुत वास्तुशिल्प और धार्मिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ भगवान शिव के दर्शन करने से भक्तों को हर तरह के संकटों से मुक्ति मिलती है।
 
केदारनाथ (उत्तराखंड):
 
केदारनाथ ज्योतिर्लिंग उत्तराखंड के केदारनाथ पर्वत पर स्थित है। यह स्थल विशेष रूप से शिवभक्तों के बीच अत्यधिक पूजनीय है। केदारनाथ में स्थित भगवान शिव का मंदिर हिमालय की बर्फीली चोटियों के बीच स्थित है और यहाँ हर साल भारी संख्या में श्रद्धालु आते हैं।
 
भीमाशंकर (महाराष्ट्र):
 
भीमाशंकर ज्योतिर्लिंग महाराष्ट्र के पुणे जिले में स्थित है। यह स्थल भगवान शिव के भक्तों के लिए एक महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल है। भीमाशंकर का मंदिर प्राचीन स्थापत्य कला का बेहतरीन उदाहरण है और यहाँ पर शिव के दर्शन से जीवन में शक्ति, ऊर्जा और साहस आता है।
 
रामेश्वर (तमिलनाडु):
 
रामेश्वर ज्योतिर्लिंग तमिलनाडु के रामेश्वरम में स्थित है। यह स्थल रामायण के समय से जुड़ा हुआ है, जहाँ भगवान राम ने रावण के साथ युद्ध करने से पहले भगवान शिव की पूजा की थी। यहाँ शिव के दर्शन से आत्मा को शांति और मोक्ष की प्राप्ति होती है।
 
विष्णुपद (बिहार):
 
विष्णुपद ज्योतिर्लिंग बिहार के गया जिले में स्थित है। यहाँ भगवान शिव के दर्शन के साथ-साथ भगवान विष्णु की पूजा भी होती है। माना जाता है कि यह स्थान पितरों के लिए तर्पण करने का भी महत्वपूर्ण स्थान है।
 
काशी विश्वनाथ (वाराणसी, उत्तर प्रदेश):
 
काशी विश्वनाथ मंदिर भारत का सबसे प्रसिद्ध और पवित्र स्थल है, जो वाराणसी में स्थित है। यहाँ भगवान शिव का ज्योतिर्लिंग स्थित है और काशी में स्थित इस मंदिर को हिन्दू धर्म के सबसे महत्वपूर्ण तीर्थ स्थलों में से एक माना जाता है। यहाँ के दर्शन से जीवन के सभी पापों से मुक्ति मिलती है।
 
वेरका (उत्तर प्रदेश):
 
वेरका ज्योतिर्लिंग उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद जिले में स्थित है। यहाँ भगवान शिव के साथ-साथ देवी पार्वती की पूजा भी की जाती है। वेरका ज्योतिर्लिंग को विशेष रूप से भक्ति और तपस्वियों के लिए महत्वपूर्ण माना जाता है।
 
महेश्वर (मध्य प्रदेश):
 
महेश्वर ज्योतिर्लिंग मध्य प्रदेश के महेश्वर में स्थित है। यह स्थान नर्मदा नदी के किनारे पर है और धार्मिक दृष्टि से अत्यधिक महत्व रखता है। यहाँ के दर्शन से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
 
घृष्णेश्वर (महाराष्ट्र):
 
घृष्णेश्वर ज्योतिर्लिंग महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले के एलबेग गांव में स्थित है। इसे एक प्रमुख सिद्धि स्थल माना जाता है, जहाँ भगवान शिव के भक्त उन्हें अपनी आस्था और प्रेम से पूजते हैं। यहाँ के दर्शन से शांति और आशीर्वाद प्राप्त होता है।
 
इन 12 पवित्र ज्योतिर्लिंगों के दर्शन करने से न केवल जीवन की समस्याएँ समाप्त होती हैं, बल्कि भक्तों को आध्यात्मिक शांति, समृद्धि और जीवन की सच्ची दिशा मिलती है। इन स्थलों पर भक्तों की भारी संख्या होती है, खासकर सोमवार को, जब शिव की विशेष पूजा की जाती है।