फोर्ब्स इंडिया में बॉक्सर निकहत जरीन को मिली जगह, देखें पूरी सूची

Story by  ओनिका माहेश्वरी | Published by  onikamaheshwari • 1 Years ago
यहां पढ़े फोर्ब्स इंडिया मैगजिन की नए साल की सूची: बॉक्सिंग वर्ल्ड चैंपियन निकहत जरीन भी शामिल
यहां पढ़े फोर्ब्स इंडिया मैगजिन की नए साल की सूची: बॉक्सिंग वर्ल्ड चैंपियन निकहत जरीन भी शामिल

 

ओनिका माहेश्वरी/  नई दिल्ली

इस साल फोर्ब्स इंडिया की डब्ल्यू-पॉवर 2022 सूची में ऐसी महिलाओं को शामिल किया गया है जो रूढ़ियों को तोड़ रही हैं. इस सूची में बॉक्सिंग वर्ल्ड चैंपियन निकहत जरीन, जिन्होंने सेक्सिज्म से लड़ाई लड़ी.

इस साल फोर्ब्स इंडिया की डब्ल्यू-पॉवर 2022 की सूची में ऐसी महिलाओं को शामिल किया गया है, जो टेनिस दिग्गज की तरह रूढ़ियों को तोड़ रही हैं, संदेह को खारिज कर रही हैं और बदलाव का नेतृत्व कर रही हैं.

इस सूची में बॉक्सिंग वर्ल्ड चैंपियन निकहत जरीन, जिन्होंने सेक्सिज्म से लड़ाई लड़ी, लीना नायर, कोल्हापुर-लड़की, जिसे 112 साल पुराने फ्रांसीसी लक्जरी हाउस, चैनल को चलाने के लिए चुना गया है, और झारखंड की एक कवि और स्वतंत्र पत्रकार जैसिंटा केरकेट्टा, बॉलीवुड एक्ट्रेस कैटरीना कैफ भी शामिल हैं, जो उभर कर सामने आई हैं.

nikhat zareen

आदिवासी शोषण के खिलाफ सबसे मजबूत आवाजों में से एक के रूप में, साथ ही अंजू श्रीवास्तव, जिन्होंने अपने 40 के दशक के मध्य में विनग्रीन्स फार्म की स्थापना की, जो अब एक फलता-फूलता डिप्स और सॉस व्यवसाय है.

 

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निकहत जरीन हर जगह महिलाओं के लिए एक रोल मॉडल हैं

निकहत का अर्थ होता है खुशबू और जरीन का मतलब गोल्ड, सोना... बिल्कुल अपने नाम की तरह निकहत जरीन ने देश को भी गोल्ड की खुशबू से महका दिया है. अपने काम और हौसले के चलते आज वह देश के तमाम लोगों की रोल मॉडल बन गई हैं. बता दें भारत की ओर से 12 सदस्यीय टीम ने हिस्सा लिया था. भारत ने चार साल बाद गोल्ड मेडल हासिल किया है. 

फोर्ब्स इंडिया की टीम ने प्राथमिक और माध्यमिक अनुसंधान के माध्यम से एकत्रित नामों के आधार पर एक लंबी सूची तैयार की.  ऐसे उम्मीदवारों की तलाश की गई जो स्व-निर्मित थे, न कि जिन्हें विरासत में धन या पद मिला था. उन कहानियों को प्रभावित किया जिनके पास बताने के लिए प्रेरक कहानियां थीं.

इन मानदंडों के आधार पर नामों के पूल का मूल्यांकन किया गया था और अंतिम 20 नामों को चुने जाने से पहले- व्यवसाय से लेकर कानून, खेल से लेकर सामाजिक प्रभाव, मनोरंजन से लेकर शिक्षा तक सभी श्रेणियों में प्रतिनिधित्व के लिए मापा गया था.