आवाज द वाॅयस पुरी
जगन्नाथ मंदिर प्रशासन ने सूचित किया कि पिछले वर्ष की तरह, इस वर्ष का रथ यात्रा उत्सव भक्तों की भागीदारी के बिना और सुरक्षा प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन करते हुए आयोजित किया जाएगा. कोरोनावायरस के संभावित फैलाव के खतरे को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है.
पुरी जगन्नाथ मंदिर के प्रशासक अजय जेना के अनुसार, कोविड -19 के लिए नकारात्मक परीक्षण करने वाले सेवकों को रथ खींचने में भाग लेने की अनुमति दी जाएगी. उन्हांेने कहा,‘‘पिछले साल की तरह इस साल भी 12 जुलाई 2021 को बिना भक्तों के रथ यात्रा का आयोजन सुप्रीम कोर्ट के आदेश और ओडिशा सरकार द्वारा जारी एसओपी के अनुसार किया जाएगा.
किसी भी श्रद्धालु को रथ यात्रा में भाग लेने की अनुमति नहीं होगी. रथ यात्रा करने वाले आरटी-पीसीआर निगेटिव और पूरी तरह से टीका लगाए गए लोगों को यात्रा में शामिल होने की अनुमति दी जाएगी. पुलिस कर्मियों को छोड़कर लगभग 1,000 अधिकारियों को तैनात किया जाएगा.
प्रशासक के अनुसार, तीन हजार ‘सेवायत‘ (सेवक) और 1000 मंदिर अधिकारियों को सभी अनुष्ठान करने की अनुमति दी जाएगी. 8 जुलाई से पुरी में चार स्थानों पर आरटीपीसीआर परीक्षण चल रहे हैं.