आवाज-द वॉयस / नई दिल्ली
राजस्थान के उदयपुर में दस दिन पहले नूपुर शर्मा के समर्थन में सोशल मीडिया पर पोस्ट करने वाले एक शख्स की आज हत्या कर दी गई है. इस हौलनाक वारदात की सभी द्वारा कड़ी निंदा की जा रही है. उलेमा और दानिशवरों का कहना है कि किसी को भी यह अमानवीय कृत्य करने की अनुमति नहीं है.
इस्लामी दानिशवर प्रो. अख्तरुल वासे ने कहा कि यह बहुत दर्दनाक है. बहुत दुख की बात है. यह ध्यान में रखा जाना चाहिए कि हिंसा किसी समस्या का समाधान नहीं है. कमजोर लोग हिंसा का सहारा लेते हैं. हमें इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि हमारे द्वारा कोई ऐसी कार्रवाई न की जाए, जिससे देश की शांति और व्यवस्था और खुद मुसलमानों का धैर्य खराब हो.
उन्होंने कहा कि मैं उन सभी लोगों से अपील करूंगा, जो उदयपुर हिंसा में शामिल रहे हैं या इसके शिकार हुए हैं, धैर्यपूर्वक काम करें. सावधान रहें और कानून-व्यवस्था को आड़े न आने दें.
प्रो. अख्तरुल वासे ने कहा कि यह मानवता के हर नियम और कानून के लिहाज से गलत है. भारत का संविधान ऐसे किसी भी गैरजिम्मेदाराना कृत्य की इजाजत नहीं देता है. अगर किसी को शिकायत है, तो हमें देश के कानून का सहारा लेना चाहिए. हमें देश की न्यायिक व्यवस्था की मदद लेनी चाहिए, कानून को अपने हाथ में नहीं लेना चाहिए.
मुंबई के मुफ्ती मंजूर जिया ने घटना की निंदा करते हुए कहा कि देश एक अलग दिशा में आगे बढ़ रहा है और लोग एक अलग दिशा में आगे बढ़ रहे हैं. इसलिए ऐसी घटना हुई है. कानून अपने हाथ में लेने वालों के खिलाफ सरकार को कार्रवाई करनी चाहिए.
मुफ्ती जिया ने कहा कि दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जानी चाहिए. हम ऐसे कृत्यों की निंदा करते हैं. हमारा देश कानून से शासित है, किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने का अधिकार नहीं है. कानून का राज कायम रहना चाहिए.
जमीयत उलेमा-ए-हिंद के महासचिव मौलाना हकीमुद्दीन कासमी ने पवित्र पैगंबर के कथित अपमान के संदर्भ में उदयपुर में की गई हत्या की निंदा की है. उन्होंने कहा, ‘‘जिसने भी इस घटना को अंजाम दिया, उसे किसी भी तरह से जायज नहीं ठहराया जा सकता, यह देश के कानून और हमारे धर्म के खिलाफ है.’’
कासमी ने कहा कि हमारे देश में कानून की व्यवस्था है, किसी को भी कानून अपने हाथ में लेने का अधिकार नहीं है.
मौलाना हकीमुद्दीन कासमी ने इस अवसर पर देश के सभी नागरिकों से अपनी भावनाओं पर नियंत्रण रखने और देश में कानून व्यवस्था बनाए रखने में अपनी भूमिका निभाने की अपील की.
गौरतलब है कि राजस्थान के उदयपुर में दस दिन पहले नूपुर शर्मा के समर्थन में सोशल मीडिया पर पोस्ट करने वाले एक शख्स की आज हत्या कर दी गई है. शख्स पेशे से दर्जी है. सूत्रों ने बताया कि हमलावर आज मंगलवार को उसकी दुकान में घुसे और दुकानदार पर कई बार तलवार से वार करके उसका गला काट दिया.
पूरे हमले का एक वीडियो भी सामने आया है. इतना ही नहीं, आरोपियों ने घटना के बाद सोशल मीडिया पर पोस्ट कर हत्या की जिम्मेदारी भी ली है. हत्यारे बहाने से दुकान में घुसे और कन्हैया लाल की हत्या कर दी.
कन्हैया लाल तेली (40) की धन मंडी, उदयपुर में भूत महल के पास सुप्रीम टेलर्स नामक एक दुकान है. मंगलवार दोपहर करीब 2.30 बजे मोटरसाइकिल पर सवार दो हत्यारे आए. वह नाप देने के बहाने दुकान में घुसा. जब तक कन्हैया लाल को कुछ समझ आता, तब तक आरोपियों ने उन पर हमला बोल दिया और उनका तलवार के हमलों से गला काट दिया.
हिंदू संगठनों ने घटना के विरोध में उदयपुर में प्रदर्शन किया है. इस बीच, नृशंस हत्या के विरोध में स्थानीय व्यापारियों ने अपनी दुकानें बंद कर दी हैं.
कन्हैयालाल की मौत के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दोनों पक्षों से शांति बनाए रखने की अपील की है.
सूत्रों के अनुसार, ये आरोपी रियाज अख्तर और गौस मोहम्मद हैं. पुलिस ने घटना को अंजाम देने वाले दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, रियाज और गौस को पुलिस ने राजसमंद जिले से गिरफ्तार किया है. पुलिस को रियाज के मोबाइल फोन से कई वीडियो मिले हैं. रियाज ने ये वीडियो 17 जून से 28 जून के बीच बनाए थे.
पुलिस ने शव को एमबी हॉस्पिटल की मोर्चरी में रखवा दिया है.
प्रशासन ने उदयपुर में बढ़ाते तनाव के मद्देनज़र धानमंडी, घंटाघर, हाथीपोल, अंबामाता, सूरजपोल, भूपालपुरा और सवीना सहित 10 थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लगा दिया है. इन पुलिस थाना क्षेत्रों में आवागमन बंद कर दिया गया है. यह आगामी आदेश तक प्रभावी रहेगा. इंटरनेट बंद करने के आदेश जारी कर दिए गए हैं. अगले 24 घंटे इंटरनेट बंद रहेगा.
उदयपुर घटना को लेकर जयपुर में उच्च स्तरीय बैठक मुख्य सचिव उषा शर्मा के स्तर पर हो रही है. बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव गृह, डीजीपी, डीजी इंटेलीजेंस अन्य सम्बंधित अधिकारी भी वीसी के जरिए बैठक से जुड़ रहे हैं. बैठक के बाद घटना को लेकर निर्देश जारी किए जाएंगे. बैठक में कानून-व्यवस्था और हालात को लेकर चर्चा की जाएगी.
पुलिस महानिदेशक पुलिस एएल लाठर ने बताया कि कानून-व्यवस्था बिगाड़ने की कोशिश करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. किसी भी अपराधी को बख्शा नहीं जाएगा. करीब 30 आरपीएस और 5 आरएसी की की कंपनी तैनात कर दी गई है. आम लोगों से संयम बरतने की अपील की गई है. पूरे प्रदेश में अलर्ट जारी किया गया है. अपने-अपने इलाकों में पुलिस को गश्त बढ़ाने के निर्देश जारी किए गए हैं.
इस घटना की कई राजनेताओं ने कड़ी निंदा की है.