विदेशों से आ रहे हैं प्रवासी पक्षी, 15 लाख परिंदों का घर बनेगा कश्मीर

Story by  मलिक असगर हाशमी | Published by  [email protected] | Date 24-12-2021
विदेशों से आ रहे हैं प्रवासी पक्षी, 15 लाख परिंदों का घर बनेगा कश्मीर
विदेशों से आ रहे हैं प्रवासी पक्षी, 15 लाख परिंदों का घर बनेगा कश्मीर

 

आवाज द वाॅयस / श्रीनगर

पिछले कई दिनों से ठंड की शिद्दत बढ़ने के साथ विदेशों से प्रवासी जलपक्षियों के कश्मीर की झीलों और जलाशयों में डेरा डालने का सिलसिला शुरू हो गया है. श्रीनगर के बाहरी इलाके में स्थित हुकारसर जल अभयारण्य में इस साल भी बड़ी संख्या में अतिथि पक्षी आए हैं. वन्यजीव विभाग की वार्डन अफशां के मुताबिक, इस बार 15लाख से ज्यादा पक्षियों के इलाके को अपना घर बनाने की उम्मीद है.

उन्होंने कहा कि पक्षियों की ये प्रजातियां साइबेरिया, चीन, पूर्वी यूरोप और फिलीपींस से लंबी दूरी तय कर कश्मीर में आ रही हैं. इनके आने से इलाके की रौनक बढ़ गई है. वन्यजीव विभाग की वार्डन अफशां ने कहा कि उनका विभाग पहले से मेहमान पक्षियों के आने का इंतजार कर रहा है. परिंदे जब तक रहेंगे, उनकी देखभाल का पूरा ख्याल रखा जाएगा.

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वन्यजीव वार्डन अफशां का कहना है कि इस बार करीब बीस नए पक्षी आए हैं. पक्षी गणना की वार्षिक रिपोर्ट फरवरी में बनेगी. अफशां का कहना है कि हुकारसर में पक्षियों के लिए पानी की अच्छी मात्रा है. इसमें ये अच्छी तरह रह सकते हैं. उन्होंने आगे कहा कि पक्षियों की सुरक्षा के लिए कंट्रोल रूम बनाए गए हैं.

जैसे ही शिकार या अन्य कोई सूचना मिलती है तत्काल कार्रवाई की जाती है. अफशां का कहना है कि जलपक्षियों की सुरक्षा की जिम्मेदारी संबंधित एजेंसियों और स्थानीय लोगों को सौंपी गई है. जानकारों के मुताबिक, पिछले साल फरवरी तक करीब साढ़े 11लाख प्रवासी पक्षी जम्मू-कश्मीर आए थे. विभाग के अधिकारियों का अनुमान है कि इस साल 15लाख के आसपास प्रवासी पक्षियों के आने की उम्मीद है.

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कश्मीर में प्रवासी जलपक्षी का प्रवास अक्टूबर के आखिरी दिनों में शुरू होता है. मार्च में ये अपने देशों को लौटने लगते हैं. उनका कहना है कि कश्मीर में प्रवासी पक्षियों की संख्या बढ़ाने की जरूरत है, ताकि लोगों का बेहतर मनोरंजन हो सकते. इसके लिए अभयारण्यों को स्वच्छ और प्रदूषण मुक्त रखना होगा.