चार बड़े फरिश्तों के नाम क्या है?

Story by  राकेश चौरासिया | Published by  [email protected] | Date 22-04-2024
Sufi painting
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राकेश चौरासिया

इस्लाम में, चार बड़े फरिश्तों को विशेष रूप से महत्वपूर्ण माना जाता है और उन्हें अक्सर कुरआन और हदीस में उल्लेखित किया जाता है. ये चार फरिश्ते हैं:

  • जिब्राइल (अ.स.): जिन्हें ‘वाहिनी का फरिश्ता’ कहा जाता है. माना जाता है कि वे अल्लाह के संदेशों को नबियों तक पहुंचाते हैं.
  • मीकाईल (अ.स.): जिन्हें ‘प्रकृति का फरिश्ता’ कहा जाता है. माना जाता है कि वे प्राकृतिक घटनाओं, जैसे बारिश और हवाओं को नियंत्रित करते हैं.
  • इेतंमिमस (अ.स.): जिन्हें ‘सुर का फरिश्ता’ कहा जाता है, माना जाता है कि वे कयामत के दिन सूर फूंकेंगे.
  • अजराइल (अ.स.): जिन्हें ‘मौत का फरिश्ता’ कहा जाता है, माना जाता है कि वे लोगों की आत्माओं को ले जाते हैं.

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि ये केवल चार प्रमुख फरिश्तों में से कुछ हैं, जिनका उल्लेख इस्लाम में किया गया है. कई अन्य फरिश्ते भी हैं, जिनके अपने-अपने विशिष्ट कार्य और जिम्मेदारियां हैं.

चार फरिश्तों का अहमियत

  • जिब्राइल (अ.स.) को इस्लाम में सबसे सम्मानित फरिश्तों में से एक माना जाता है. उनका उल्लेख कुरआन में कई बार किया गया है और उन्हें अक्सर पैगंबर मुहम्मद (स.अ.व.) को अल्लाह का संदेश देने के लिए भेजे गए फरिश्ता के रूप में वर्णित किया जाता है.
  • मीकाईल (अ.स.) को भी इस्लाम में एक उच्च सम्मानित फरिश्ता माना जाता है. उनका उल्लेख कुरआन में कई बार किया गया है और उन्हें अक्सर प्राकृतिक दुनिया की देखभाल के लिए जिम्मेदार फरिश्ता के रूप में वर्णित किया जाता है.
  • इेतंमिमस (अ.स.) को कयामत के दिन सूर फूंकने के लिए जिम्मेदार फरिश्ता माना जाता है. सूर एक शक्तिशाली तुरही है, जिसके बारे में माना जाता है कि इसकी आवाज सभी जीवित और मृत लोगों को इकट्ठा करेगी.
  • अजराइल (अ.स.) को मृत्यु का फरिश्ता माना जाता है. उनका उल्लेख कुरआन में कई बार किया गया है, और उन्हें अक्सर लोगों की आत्माओं को ग्रहण करने के लिए जिम्मेदार फरिश्ता के रूप में वर्णित किया जाता है.

इस्लाम में कितने फरिश्ते हैं?

इस्लाम में फरिश्तों की कुल संख्या के बारे में कोई निश्चित या स्पष्ट उत्तर नहीं है. कुरआन या हदीस में फरिश्तों की एक विशिष्ट संख्या का उल्लेख कहीं नहीं किया गया है. हालांकि, फरिश्तों की संख्या के बारे में कई अलग-अलग विचार और मत हैं. कुछ विद्वानों का मानना है कि फरिश्तों की संख्या अनंत है, जबकि अन्य का मानना है कि उनकी एक निश्चित संख्या है, लेकिन यह संख्या केवल अल्लाह को ही ज्ञात है.

फरिश्तों से जुड़ी कुछ संख्याएं 

  • 10,000: यह संख्या कुरआन में उल्लिखित है, जहां यह कहा गया है कि जन्नत के प्रत्येक द्वार पर 10,000 फरिश्ते हैं.
  • 99,000: यह संख्या भी कुरआन में उल्लिखित है, जहां यह कहा गया है कि अजराइल (अ.स.) के साथ 99,000 फरिश्ते हैं, जो मृत्यु के समय लोगों की आत्माओं को ग्रहण करते हैं.
  • 40,000: यह संख्या हदीस में उल्लिखित है, जहां पैगंबर मुहम्मद (स.अ.व.) कथित तौर पर 40,000 फरिश्तों के साथ बद्र की लड़ाई में शामिल हुए थे.

इस्लाम में फरिश्तों की संख्या एक रहस्य है, जिसे केवल अल्लाह ही जानता है. हालांकि, उनकी संख्या कितनी भी हो, फरिश्ते शक्तिशाली और महत्वपूर्ण हैं, जो अल्लाह की योजना में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं.

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