नई दिल्ली
यूट्यूबर समय रैना मंगलवार को राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) के समक्ष पेश हुए। आयोग ने उन्हें उनके यूट्यूब शो "इंडियाज गॉट लैटेंट" में कथित तौर पर लैंगिक भेदभावपूर्ण और आपत्तिजनक सामग्री के प्रसारण के मामले में तलब किया था। अधिकारियों ने बताया कि रैना ने आयोग के समक्ष अपना लिखित बयान भी प्रस्तुत किया है, जिसे आगे की कार्रवाई से पहले समीक्षा के लिए रखा जाएगा।
समय रैना उन पांच सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर्स में शामिल हैं, जिनके खिलाफ दिव्यांगजनों का मजाक उड़ाने को लेकर उच्चतम न्यायालय में एक याचिका भी दायर की गई थी।
एनसीडब्ल्यू ने यह मामला तब संज्ञान में लिया जब "इंडियाज गॉट लैटेंट" के कुछ क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हुए, जिनमें शो के प्रतिभागियों और मेज़बानों द्वारा महिलाओं पर अपमानजनक और असंवेदनशील टिप्पणियां की गई थीं। इसके बाद जन आक्रोश के बीच आयोग ने समय रैना को नोटिस जारी कर पेश होने को कहा।
हालांकि, पहले कई बार भेजे गए समन के बावजूद रैना और अन्य प्रतिवादी यात्रा और सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए 17 फरवरी को हुई मूल सुनवाई में शामिल नहीं हो सके थे। इसके बाद आयोग ने सुनवाई की नई तारीख तय की और उन्हें भारत लौटकर व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होने का समय दिया गया।
यह विवाद तब और गहराया जब शो की विवादित क्लिप्स इस साल की शुरुआत में सोशल मीडिया पर फैल गईं। इसके चलते महाराष्ट्र साइबर प्रकोष्ठ ने रैना के खिलाफ एफआईआर दर्ज की और एनसीडब्ल्यू ने स्वतः संज्ञान लेकर कार्रवाई शुरू की।
बढ़ते दबाव के बाद फरवरी में यूट्यूब से शो को हटा लिया गया, और रैना ने सार्वजनिक रूप से माफी भी मांगी थी। अब आयोग उनके बयान की समीक्षा के बाद अगली कानूनी प्रक्रिया पर निर्णय लेगा।