आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बृहस्पतिवार को विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय कार्य करने वाली 13 महिलाओं को तीलू रौतेली पुरस्कार से सम्मानित किया.
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘नारी तू नारायणी’ के मंत्र को आत्मसात करते हुए राज्य सरकार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में महिला कल्याण और सशक्तीकरण के लिए समर्पित भाव से कार्य कर रही है.
मुख्यमंत्री ने बताया कि इसी क्रम में राज्य सरकार ने जहां महिलाओं के लिए सरकारी सेवाओं में 30 प्रतिशत आरक्षण लागू किया है, वहीं उनकी सुरक्षा और अधिकारों की रक्षा के लिए देश में सबसे पहले ‘समान नागरिक संहिता’ को लागू करने का ऐतिहासिक कार्य किया है.
उन्होंने महिला सशक्तीकरण के लिए संचालित योजनाओं जैसे मुख्यमंत्री लघु उद्योग प्रोत्साहन योजना, उद्यमिता विकास कार्यक्रम, तथा महिला स्वयं सहायता समूहों को पांच लाख रुपये तक का ब्याज-मुक्त ऋण प्रदान करने की योजनाओं का उल्लेख किया.
प्रदेश के सभी 13 जिलों से एक-एक महिला को उनके उल्लेखनीय कार्यों के लिए तीलू रौतेली पुरस्कार प्रदान किया गया, जिसमें 51,000 रुपये की नकद राशि भी शामिल है.
पुरस्कार पाने वालों में अल्मोड़ा से मीता उपाध्याय, बागेश्वर से अलिशा मनराल, चमोली से सुरभि, चंपावत से अनामिका बिष्ट, देहरादून से शिवानी गुप्ता, हरिद्वार से रूमा देवी, नैनीताल से नैना, पौड़ी गढ़वाल से रोशमा देवी, पिथौरागढ़ से रेखा भट्ट, रुद्रप्रयाग से हेमा नेगी करासी, टिहरी गढ़वाल से साक्षी चौहान, ऊधमसिंह नगर से रेखा और उत्तरकाशी से विजयलक्ष्मी जोशी शामिल हैं.
इस मौके पर धामी ने 33 आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को भी उनकी उत्कृष्ट सेवाओं के लिए सम्मानित किया.