नई दिल्ली
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को जोहान्सबर्ग में होने वाले जी20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए तीन दिवसीय दक्षिण अफ्रीका यात्रा पर रवाना हुए। रवाना होने से पहले उन्होंने कहा कि वे भारत की दृष्टि को ‘वसुधैव कुटुम्बकम’ और ‘एक पृथ्वी, एक परिवार, एक भविष्य’ की भावना के अनुरूप विश्व समुदाय के सामने रखेंगे। यह पहली बार है जब कोई G20 शिखर सम्मेलन अफ्रीकी महाद्वीप में आयोजित किया जा रहा है।
मोदी ने X पर पोस्ट किया, “जोहान्सबर्ग में होने वाले G20 शिखर सम्मेलन में भाग लूंगा। यह अफ्रीका में आयोजित होने के कारण विशेष रूप से महत्वपूर्ण है। वहाँ विभिन्न वैश्विक मुद्दों पर चर्चा होगी और कई विश्व नेताओं से मुलाकात भी होगी।”
शिखर सम्मेलन के इतर प्रधानमंत्री कुछ नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकें करेंगे और छठे आईबीएसए (भारत-ब्राज़ील-दक्षिण अफ्रीका) शिखर सम्मेलन में भी शामिल होंगे। वे 22-23 नवम्बर को दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा के निमंत्रण पर जोहान्सबर्ग का दौरा कर रहे हैं।
मोदी ने कहा कि भारत की 2023 की G20 अध्यक्षता के दौरान अफ्रीकी संघ को G20 का सदस्य बनाया गया था, इसलिए यह शिखर सम्मेलन और भी महत्व रखता है। इस वर्ष के G20 का विषय ‘एकजुटता, समानता और सततता’ है, जिसके तहत दक्षिण अफ्रीका ने नई दिल्ली और रियो डी जनेरियो में हुए पिछले सम्मेलनों के परिणामों को आगे बढ़ाया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि वे G20 के दौरान तीनों मुख्य सत्रों में बोलेंगे। इन सत्रों में शामिल हैं—“समावेशी और सतत आर्थिक विकास: व्यापार की भूमिका, विकास के लिए वित्तपोषण और ऋण का बोझ”; “एक लचीला विश्व: आपदा जोखिम न्यूनीकरण, जलवायु परिवर्तन, न्यायसंगत ऊर्जा संक्रमण और खाद्य प्रणाली”; तथा “सभी के लिए न्यायसंगत भविष्य: महत्वपूर्ण खनिज, उचित कार्य और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस”।
विदेश मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि घोषणापत्र में क्या शामिल होगा इस पर पूर्वानुमान नहीं लगाया जा सकता, लेकिन भारत और वैश्विक दक्षिण के हितों से जुड़े सभी मुद्दों को प्रमुखता से उठाया जाएगा। यह लगातार चौथा शिखर सम्मेलन है जो वैश्विक दक्षिण में आयोजित हो रहा है—इंडोनेशिया (2022), भारत (2023), ब्राज़ील (2024) और अब दक्षिण अफ्रीका (2025)।
G20 विश्व की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं का समूह है, जो वैश्विक GDP का 85%, अंतरराष्ट्रीय व्यापार का 75% और विश्व की दो-तिहाई आबादी का प्रतिनिधित्व करता है। इसके सदस्य देशों में अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राज़ील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, दक्षिण कोरिया, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्किये, यूके, यूएस, यूरोपीय संघ और अफ्रीकी संघ शामिल हैं।