देश जब 75 वें स्वतंत्रता दिवस के जश्न में डूबा था अखिल तिरंगा लेकर माउंट एल्ब्रस पर चढ़ गए

Story by  गिरिजाशंकर शुक्ला | Published by  [email protected] | Date 17-08-2021
देश जब 75 वें स्वतंत्रता दिवस के जश्न में डूबा था अखिल तिरंगा लेकर माउंट एल्ब्रस पर चढ़ गए
देश जब 75 वें स्वतंत्रता दिवस के जश्न में डूबा था अखिल तिरंगा लेकर माउंट एल्ब्रस पर चढ़ गए

 

गिरिजाशंकर शुक्ला / हैदराबाद
 
देश जब स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे होने के जश्न में डूबा था, तभी पांच भारतीय माउंट एल्ब्रस पर तिरंगा लहराने पहुंच गए. यह कारनामा किया है तेलंगाना के हनमकोंडा जिले के युवा पर्वतारोही अखिल रसमल्ला और उनके पांच अन्य साथियों ने.
 
इन सभी ने रविवार को यूरोपीय महाद्वीप के सबसे ऊंचे पर्वत माउंट एल्ब्रस को फतह किया और अपने रिश्तेदारों और दोस्तों के साथ इस खुशी को साझा किया. भारत ने रविवार को अपना 75वां स्वतंत्रता दिवस मनाया. अखिल ने भी इस कार्यक्रम का जश्न मनाया और शिखर पर राष्ट्रीय ध्वज को सलामी दी.
akhil
काकेशस पर्वत के पश्चिमी भाग में स्थित, माउंट एल्ब्रस एक निष्क्रिय ज्वालामुखी है. यह समुद्र तल से 5,642 मीटर (18,510 फीट) की उँचाई पर है. अखिल ने कहा कि उन्होंने 9 अगस्त को दोपहर 12.50 बजे पहाड़ पर चढ़ने के लिए अपनी यात्रा शुरू की थी. 15 अगस्त को सुबह 8.30 बजे तेज हवा, ठंडे तापमान और बर्फबारी के बावजूद शिखर पर पहुंचे.
 
यहाँ का तापमान -25 से -30 डिग्री सेंटीग्रेड के बीच था. उन्होंने बताया,  हमारी यात्रा के दौरान तेज हवा (70 किमी प्रति घंटा) और बर्फबारी हुई थी. हालाँकि, हम सफलतापूर्वक (स्थानीय समयानुसार सुबह 8.30 बजे) शिखर पर पहुँच गए. हमारी उपलब्धि काठमांडू के चतुर तमांग के एक साहसिक गाइड के मार्गदर्शन के कारण हुई.
अखिल ने कहा कि वह इस साल माउंट एल्ब्रस पर स्वतंत्रता दिवस मनाना चाहते थे. अखिल पहले ही अफ्रीका में माउंट किलिमंजारो और नेपाल में पांजा चिल्ला पर विजय प्राप्त कर चुके हैं.
akhil
हनमकोंडा के किशनपुरा निवासी अखिल ने कहा कि वह हैदराबाद के ट्रांसेंड एडवेंचर्स के मार्गदर्शन में साहसिक यात्रा पर गए थे. वरंगल पश्चिम के विधायक दस्यम विनय भास्कर, जिन्होंने उन्हें यात्रा पर जाने के लिए आर्थिक रूप से मदद की, ने उनकी उपलब्धि पर खुशी व्यक्त की. अखिल पहले से ही 6,153 मीटर स्टोक कांगड़ी को स्केल करने के लिए हाई रेंज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में शामिल हैं.
 
अखिल बी.टेक सिविल इंजीनियरिंग के छात्र हैं. उन्होेंने जी मल्लिकार्जुन के साथ 15 अगस्त, 2019 को लद्दाख में माउंट स्टोक कांगड़ी पर 365 फीट लंबा और 6.5 फीट ऊंचा सबसे लंबा भारतीय ध्वज’प्रदर्शित किया था. अखिल कहते हैं कि उनका अगला मिशन दुनिया की सबसे ऊंची चोटी माउंट एवरेस्ट को जल्द से जल्द फतह करना है.