एएमयू में “एक पेड़ माँ के नाम” अभियान के तहत वृक्षारोपण कार्यक्रम

Story by  आवाज़ द वॉयस | Published by  [email protected] | Date 22-08-2025
Tree plantation program under the campaign “One tree in the name of mother” at AMU
Tree plantation program under the campaign “One tree in the name of mother” at AMU

 

अलीगढ़

पर्यावरण संरक्षण की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल करते हुए अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) में राष्ट्रीय अभियान “एक पेड़ माँ के नाम” के अंतर्गत वृक्षारोपण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम चिकित्सा संकाय के डीन और जे.एन. मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य प्रो. हबीब रज़ा के नेतृत्व में संपन्न हुआ। इस अवसर पर संकाय सदस्यों, छात्रों और कर्मचारियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और एक हरित एवं स्वस्थ भविष्य के निर्माण का संकल्प लिया।

सभा को संबोधित करते हुए प्रो. हबीब रज़ा ने पर्यावरण संरक्षण के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि शैक्षणिक संस्थानों की जिम्मेदारी है कि वे इस विषय पर जागरूकता फैलाएँ। उन्होंने वृक्षों को धरती की जीवनरेखा बताते हुए कहा कि ये न केवल आने वाली पीढ़ियों के लिए अमूल्य धरोहर हैं, बल्कि मातृत्व के उस पवित्र बंधन का प्रतीक भी हैं जो देखभाल और स्थिरता की भावना को आगे बढ़ाता है।

इस अवसर पर विश्वविद्यालय के वरिष्ठ प्रोफेसरों ने भी सक्रिय भागीदारी निभाई। इनमें शरीर रचना विभाग के अध्यक्ष प्रो. फज़ल उर रहमान, फॉरेंसिक मेडिसिन विभाग के अध्यक्ष प्रो. एम. अत्तर अंसारी, टीबी और चेस्ट डिज़ीज़ विभाग की अध्यक्ष प्रो. सादिया सईद, फार्माकोलॉजी विभाग के अध्यक्ष प्रो. मोहम्मद शमीम, कम्युनिटी मेडिसिन विभाग की अध्यक्ष प्रो. ज़िया उर रहमान, प्रो. उज़्मा इराम और प्रो. ग़ुलाम सरवर हाशमी शामिल रहे। सभी प्रोफेसरों ने विश्वविद्यालय परिसर में पौधे लगाए और प्रत्येक वृक्ष को अपनी माताओं को समर्पित किया। इस भावनात्मक पहल ने अभियान को और अधिक सार्थक बना दिया।

वृक्षारोपण कार्यक्रम में डीन और प्राचार्य कार्यालय के बड़ी संख्या में छात्र और कर्मचारी भी शामिल हुए। अंत में सभी प्रतिभागियों ने यह सामूहिक संकल्प लिया कि लगाए गए पौधों की देखभाल कर उन्हें स्वस्थ और मजबूत वृक्ष बनाएँगे।

यह आयोजन न केवल एएमयू परिसर की हरियाली बढ़ाने में सहायक सिद्ध हुआ, बल्कि सभी प्रतिभागियों के हृदयों में प्रेम, जिम्मेदारी और स्थिरता का गहरा संदेश भी छोड़ गया।