नई दिल्ली
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली सहित उत्तर भारत के कई हिस्सों में बुधवार को जहरीली स्मॉग और घने कोहरे ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया। बिगड़ती वायु गुणवत्ता को देखते हुए Commission for Air Quality Management (CAQM) ने दिल्ली-एनसीआर में ग्रैप (GRAP) के चरण-4 के तहत सभी सख्त प्रतिबंध लागू कर दिए हैं।
Central Pollution Control Board (CPCB) के अनुसार, दिल्ली के आईटीओ इलाके में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 374 दर्ज किया गया, जो ‘बहुत खराब’ श्रेणी में आता है। इसी तरह इंडिया गेट के आसपास AQI 354 रहा। जहरीली धुंध के बावजूद गणतंत्र दिवस परेड की रिहर्सल जारी रही, हालांकि दृश्यता कम होने से लोगों को काफी परेशानी हुई।
इस बीच, दिल्ली सरकार ने प्रदूषण से निपटने के लिए बड़े फैसले लिए हैं। मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के नेतृत्व में हुई कैबिनेट बैठक में राजधानी की पर्यावरणीय स्थिति सुधारने के लिए कई अहम प्रस्तावों को मंजूरी दी गई। पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने बताया कि जल और वायु प्रदूषण के स्रोतों में निर्णायक कमी लाने के उद्देश्य से दिल्ली सरकार के अधीन जलाशयों के पुनर्जीवन के लिए 100 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। दिल्ली में लगभग 1,000 जलाशय हैं, जिनमें से 160 सीधे तौर पर दिल्ली सरकार के अंतर्गत आते हैं।
उधर, उत्तर भारत के अन्य राज्यों में भी मौसम का मिजाज सख्त बना हुआ है। हरियाणा के अंबाला में घने कोहरे के चलते India Meteorological Department (IMD) ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जहां न्यूनतम तापमान 11 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान है। उत्तर प्रदेश के अयोध्या, कानपुर और मुरादाबाद में भी घना कोहरा छाया रहा। अयोध्या और कानपुर में येलो अलर्ट जबकि मुरादाबाद में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
विशेषज्ञों के अनुसार, प्रदूषण, कोहरा और शीतलहर का यह संयुक्त प्रभाव आने वाले दिनों में भी लोगों के स्वास्थ्य और यातायात पर असर डाल सकता है। प्रशासन ने नागरिकों से अनावश्यक बाहर निकलने से बचने और स्वास्थ्य संबंधी सावधानियां बरतने की अपील की है।