आवाज द वॉयस/नई दिल्ली
निर्यातकों के शीर्ष निकाय फियो ने मंगलवार को भारतीय वस्तुओं पर उच्च अमेरिकी शुल्क पर गंभीर चिंता जताई और कहा कि तिरुपुर, नोएडा तथा सूरत के कपड़ा विनिर्माताओं ने इन भारी शुल्कों के कारण उत्पादन रोक दिया है.
भारतीय वस्तुओं पर अमेरिकी शुल्क 27 अगस्त से बढ़कर 50 प्रतिशत हो जाएगा.
भारतीय निर्यात संगठनों के महासंघ (फियो) के अध्यक्ष एस सी रल्हन ने कहा कि इस कदम से भारतीय वस्तुओं का अपने सबसे बड़े निर्यात बाजार में कारोबार बुरी तरह बाधित होगा.
उन्होंने इस घटनाक्रम को एक झटका बताया और कहा कि इससे अमेरिका को भारत के निर्यात पर गंभीर असर पड़ सकता है. भारत का ज्यादातर निर्यात अब चीन, वियतनाम, कंबोडिया, फिलिपीन और अन्य दक्षिण-पूर्वी तथा दक्षिण एशियाई देशों की तुलना में कम प्रतिस्पर्धी हो गया है.
उन्होंने कहा, ‘‘फियो, अमेरिकी सरकार के भारतीय मूल के सामानो पर अतिरिक्त 25 प्रतिशत शुल्क लगाने पर गंभीर चिंता व्यक्त करता है, जिससे कई निर्यात श्रेणियों पर कुल शुल्क 27 अगस्त, 2025 से 50 प्रतिशत तक बढ़ जाएगा.
उन्होंने आगे कहा कि ''तिरुपुर, नोएडा और सूरत के कपड़ा और परिधान निर्माताओं ने उत्पादन रोक दिया है.
रल्हन ने कहा कि यह क्षेत्र वियतनाम और बांग्लादेश के कम लागत वाले प्रतिद्वंद्वियों के सामने पिछड़ रहा है.