इस्लामाबाद/नई दिल्ली।
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नेतृत्व वाले मौजूदा अमेरिकी प्रशासन ने पाकिस्तान से रेलवे लोकोमोटिव की बिक्री और खनिज संसाधनों के अन्वेषण में सहयोग को लेकर संपर्क किया है। यह जानकारी पाकिस्तानी अख़बार The Express Tribune ने पाकिस्तान सरकार के सूत्रों के हवाले से दी है।
रिपोर्ट के अनुसार, इस विषय पर बातचीत अक्टूबर में उस समय हुई, जब पाकिस्तान के वित्त मंत्री मुहम्मद औरंगजेब अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF) की वार्षिक बैठकों में हिस्सा लेने के लिए वॉशिंगटन गए थे। इन बैठकों के बाद पाकिस्तान के संबंधित विभागों ने परिवहन और खनिज क्षेत्रों में अमेरिकी रुचि को लेकर आंतरिक स्तर पर विचार-विमर्श शुरू किया है।
सूत्रों का कहना है कि औरंगजेब ने वॉशिंगटन में अमेरिका के कई वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात की, जिनमें राष्ट्रपति के अंतरराष्ट्रीय आर्थिक संबंधों के विशेष सहायक रेमंड एमोरी कॉक्स और दक्षिण व मध्य एशिया के लिए वरिष्ठ निदेशक रिकी गिल शामिल थे। बताया गया है कि रिकी गिल ने पाकिस्तान से उस टेंडर के तहत अमेरिकी लोकोमोटिव खरीदने में सहयोग मांगा, जो पहले ही जारी किया जा चुका है।
पाकिस्तान इससे पहले अमेरिका से 55 लोकोमोटिव खरीद चुका है। हालांकि, फिलहाल Pakistan Railways गंभीर वित्तीय संकट से जूझ रहा है और नई खरीद के बजाय मौजूदा इंजनों की मरम्मत व नवीनीकरण पर निर्भर है।
रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि अमेरिकी पक्ष ने Starlink को पाकिस्तान में हाई-स्पीड इंटरनेट सेवाएं देने के लिए लाइसेंस देने पर अनुकूल विचार करने का अनुरोध किया, खासकर ग्रामीण और दूरदराज़ इलाकों के लिए।
इसके अलावा, अमेरिकी अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि ट्रंप प्रशासन के लिए अमेरिकी कंपनियों के वाणिज्यिक हितों की रक्षा और उन्हें आगे बढ़ाना प्राथमिकता है। उन्होंने पाकिस्तान द्वारा प्रस्तावित 5 प्रतिशत डिजिटल सेवा कर वापस लेने के फैसले की सराहना भी की, जिससे व्यापार समझौते का रास्ता आसान हो सके।
खनिज क्षेत्र में सहयोग को लेकर अमेरिका ने विशेष रुचि दिखाई है। रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिकी कांग्रेस ने महत्वपूर्ण खनिजों में वैश्विक निवेश के लिए 135 अरब डॉलर का फंड बनाया है, जबकि US Exim Bank ने बलूचिस्तान के रेको दिक खनन प्रोजेक्ट के लिए 1.25 अरब डॉलर के ऋण को मंजूरी दी है।
अमेरिकी विदेश विभाग के वरिष्ठ अधिकारी थॉमस लेरस्टन ने भी पाकिस्तान के खनिज संसाधनों के आकलन और तेजी से खनन शुरू करने के लिए सहयोग का प्रस्ताव रखा। उन्होंने यह भी कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस अमेरिका की रणनीतिक प्राथमिकताओं में शामिल है।