नई दिल्ली
भारतीय परिधान निर्माता CTA Apparels ने भारत–यूरोपीय संघ मुक्त व्यापार समझौते (India-EU FTA) में हो रही तेज़ प्रगति का स्वागत किया है। सरकार के अनुसार यह समझौता अब उन्नत चरण में पहुँच चुका है और जल्द ही अंतिम रूप लेने की उम्मीद है।केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने पुष्टि की है कि वार्ताएँ “बहुत सकारात्मक” रही हैं और दोनों पक्ष पारस्परिक हितों के अनुरूप समझौता करने के लिए तैयार हैं।
यूरोपीय संघ, भारत के लिए दूसरा सबसे बड़ा परिधान निर्यात बाज़ार है, जहाँ भारत का वार्षिक निर्यात 7.5 बिलियन अमेरिकी डॉलर से अधिक है—जो कुल निर्यात का लगभग 27% है।
वर्तमान में भारतीय परिधान उत्पादों पर 8% से 12% तक आयात शुल्क लगाया जाता है। इसके विपरीत
बांग्लादेश,
वियतनाम,
तुर्की
जैसे प्रतिस्पर्धी देशों को EU में शुल्क-मुक्त या रियायती पहुँच प्राप्त है।
CTA Apparels ने कहा कि एक संतुलित FTA इन प्रतिस्पर्धात्मक बाधाओं को कम कर सकता है और भारतीय निर्यातकों को बेहतर मूल्य-प्रतिस्पर्धा के साथ यूरोपीय बाज़ार में मजबूत स्थिति दिला सकता है।
उद्योग अनुमानों के अनुसार, FTA लागू होने के बाद अगले तीन वर्षों में भारत के परिधान निर्यात में 20–25% तक वृद्धि संभव है।
यह समझौता रूल्स ऑफ़ ओरिजिन, मार्केट एक्सेस, सस्टेनेबिलिटी मानक और तकनीकी मानकों को लेकर भी अधिक स्पष्ट और स्थिर वातावरण तैयार करेगा—जिससे निवेश आकर्षित होंगे।
CTA Apparels के चेयरमैन मुकेश कंसल ने कहा,"EU भारत के लिए सबसे महत्वपूर्ण व्यापार भागीदारों में से एक है। यह समझौता उद्योग के लिए विकास, तकनीकी उन्नयन और स्थायी मूल्य निर्माण के नए अवसर खोलेगा। CTA Apparels गुणवत्ता, पारदर्शिता और नवाचार पर आधारित भारत की वैश्विक व्यापार दृष्टि के साथ पूरी तरह संरेखित है।"
इस महीने की शुरुआत में EU के 40-सदस्यीय वार्ता दल ने नई दिल्ली में गहन बातचीत की—जो अब तक का सबसे व्यस्त चरण माना जा रहा है।भारत–EU FTA वार्ताएँ वर्ष 2022 में पुनः शुरू हुई थीं और दोनों पक्ष इसे जल्द से जल्द अंतिम रूप देने के इच्छुक हैं।