आवाज द वॉयस/ नई दिल्ली

मेडिकल क्षेत्र में नौकरी के दूसरे रास्ते
स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में 15-20% लोग डॉक्टर होते हैं, जबकि 80-85% हेल्थकेयर वर्कफोर्स एलाइड हेल्थकेयर प्रोफेशनल्स से बनती है। इनमें नर्सिंग, रेडियोलॉजी, लैब टेक्नोलॉजी, फिजियोथेरेपी, फार्मेसी, ऑपरेशन थिएटर टेक्निशियन जैसे पेशे शामिल हैं। इसके अलावा, उभरते हुए क्षेत्रों में चिरोप्रैक्टिक (चमड़े की हड्डी का इलाज) और कॉस्मेटिक मेडिसिन भी तेजी से लोकप्रिय हो रहे हैं। इस तरह, NEET में असफलता का मतलब यह नहीं कि करियर का अंत हो गया है।
करियर काउंसलर डॉ. अमित त्रिपाठी कहते हैं, "स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में डॉक्टरों के अलावा बहुत से और करियर विकल्प हैं, जो उतने ही सम्मानजनक और लाभकारी हैं।"
सह-संस्थापक नलिन सलूजा (विरोहन) का कहना है, "हिंदुस्तान में कई ऐसे कोर्स हैं जिनके लिए छात्रों को अतिरिक्त तैयारी नहीं करनी पड़ती। बीएससी नर्सिंग, फिजियोथेरेपी, और एलाइड हेल्थकेयर कोर्सेस का आधार 11वीं और 12वीं में पढ़ी गई फिजिक्स, केमिस्ट्री और बायोलॉजी पर ही होता है, जो छात्रों को NEET की तैयारी के दौरान पढ़ने को मिलता है।"
कौन से कोर्स हैं विकल्प?
B.Sc नर्सिंग
BPT (बैचलर ऑफ फिजियोथेरेपी)
BMLT (बैचलर ऑफ मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी)
B.Sc रेडियोलॉजी/इमेजिंग
बैचलर ऑफ फार्मेसी
बैचलर ऑफ वोकेशन
कॉस्मेटोलॉजी और एस्थेटिक मेडिसिन

कहां-कहां मिल सकती है नौकरी?
इन कोर्सेस के बाद, छात्रों को विभिन्न जगहों पर नौकरी के अवसर मिल सकते हैं:
सरकारी या प्राइवेट अस्पतालों में नौकरी के अवसर
डायग्नोस्टिक लैब्स में तकनीशियन की नौकरी
रिहैबिलिटेशन सेंटर (फिजियोथेरेपी) में कार्य
नर्सिंग होम्स और प्राइवेट क्लीनिक में रोजगार के अवसर
मेडिकल क्षेत्र में करियर बनाने के लिए कुछ प्रमुख कोर्सेस और उनके लिए प्रसिद्ध संस्थान:
प्रमुख संस्थान:
एम्स (AIIMS), दिल्ली
किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी, लखनऊ
जी.जी.एस.आई.पी. (GGSIPU), दिल्ली
मद्रास मेडिकल कॉलेज, चेन्नई
नर्सिंग कॉलेज, पुणे
बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU), वाराणसी
प्रमुख संस्थान:
मणिपाल कॉलेज ऑफ हेल्थ केयर, मणिपाल
रांची विश्वविद्यालय, रांची
किंग्स कॉलेज, दिल्ली
जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज, अलीगढ़
पटना मेडिकल कॉलेज, पटना
लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी, पंजाब
प्रमुख संस्थान:
एम्स (AIIMS), दिल्ली
दीन दयाल उपाध्याय कॉलेज, दिल्ली
अलीगढ मुस्लिम विश्वविद्यालय (AMU), अलीगढ
पंजाब यूनिवर्सिटी, चंडीगढ़
जीबी पंत इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, दिल्ली
राजीव गांधी मेडिकल कॉलेज, कर्नाटका
प्रमुख संस्थान:
किंग एडवर्ड मेमोरियल हॉस्पिटल, मुंबई
मणिपाल यूनिवर्सिटी, मणिपाल
एनआईटी (NIT), दिल्ली
राजीव गांधी कॉलेज, पुणे
चरण सिंह विश्वविद्यालय, मेरठ
दीनदयाल उपाध्याय कॉलेज, दिल्ली
प्रमुख संस्थान:
जे.एस.एस. कॉलेज ऑफ फार्मेसी, मणिपाल
पुणे कॉलेज ऑफ फार्मेसी, पुणे
दिल्ली विश्वविद्यालय, दिल्ली
एनआईटी, हैदराबाद
राजीव गांधी विश्वविद्यालय, बेंगलुरु
डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम टेक्निकल यूनिवर्सिटी, लखनऊ
प्रमुख संस्थान:
नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वोकेशनल स्टडीज (NIVS), दिल्ली
अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (AICTE) से मान्यता प्राप्त विभिन्न संस्थान
दिल्ली विश्वविद्यालय (DU), दिल्ली
एमिटी यूनिवर्सिटी, नोएडा
संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान, लखनऊ
प्रमुख संस्थान:
स्माइल और फेस क्लिनिक, दिल्ली
शर्मा कॉलेज ऑफ ब्यूटी और कॉस्मेटोलॉजी, मुंबई
आईटीएम ग्रुप ऑफ कॉलेज, मुंबई
पंजाब यूनिवर्सिटी, चंडीगढ़
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय, कुरुक्षेत्र
काइरा स्किन और एस्थेटिक्स, बेंगलुरु
इन संस्थानों से यह कोर्स करने के बाद, छात्र विभिन्न क्षेत्रों में कार्य करने के योग्य हो जाते हैं, जैसे अस्पतालों, डायग्नोस्टिक लैब्स, फिजियोथेरेपी क्लिनिक्स, फार्मास्युटिकल कंपनियों, कॉस्मेटिक और एस्थेटिक क्लिनिक्स आदि में। ये संस्थान मान्यता प्राप्त और उच्च गुणवत्ता के कोर्स प्रदान करते हैं, जो छात्रों के करियर के लिए मददगार साबित होते हैं।

ध्यान रखने योग्य महत्वपूर्ण बातें
कोर्स का चयन करते समय यह जरूरी है कि वह छात्र की रुचि के हिसाब से हो। उदाहरण के लिए, अगर किसी को मरीज़ों की देखभाल पसंद है, तो उसे नर्सिंग या फिजियोथेरेपी जैसे कोर्स में रुचि हो सकती है, जबकि जो छात्र लैब और मशीनों में काम करने में रुचि रखते हैं, उनके लिए लैब टेक्नोलॉजी, रेडियोलॉजी या फार्मेसी अच्छा विकल्प हो सकता है।
इसके अलावा, निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना भी जरूरी है:
जिस कोर्स का आप चयन कर रहे हैं, उसमें नौकरियों की संभावनाएं कितनी हैं।
कोर्स की वैलिडिटी और उसकी रेपुटेशन क्या है।
कॉलेज का मान्यता (UGC-AICTE या संबंधित संस्थान से)।
फीस, प्लेसमेंट और अन्य आवश्यक जानकारी
कॉलेज की फीस और कोर्स की समयावधि कितनी है, यह जानना जरूरी है।
कॉलेज द्वारा इंटर्नशिप की सुविधा दी जा रही है या नहीं, यह भी देखना चाहिए।
कॉलेज का प्लेसमेंट रिकॉर्ड कैसा है, यह भी एक महत्वपूर्ण पहलू है।
इस प्रकार, अगर आपने NEET में सफलता नहीं पाई है, तो भी आपके पास मेडिकल क्षेत्र में कई अन्य अच्छे और सम्मानजनक करियर विकल्प हैं। बस सही दिशा में मेहनत और सही कोर्स का चयन करें।