चंडीगढ़
हरियाणा सरकार ने किसानों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने और खाद्य सुरक्षा को मजबूत करने के उद्देश्य से प्रमाणित गेहूं बीजों पर दी जाने वाली सब्सिडी बढ़ाने की घोषणा की है। अधिकारियों ने रविवार को बताया कि यह कदम राज्य में कृषि उत्पादन और किसानों की आय को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है।
सरकारी बयान में कहा गया है कि इस वर्ष प्रमाणित गेहूं बीज पर सब्सिडी बढ़ाकर 1,075 रुपये प्रति क्विंटल कर दी गई है, जबकि पिछले वर्ष यह 1,000 रुपये प्रति क्विंटल थी। इसका मतलब है कि अब किसान बीज खरीदने पर पहले की तुलना में अधिक आर्थिक राहत प्राप्त करेंगे।
राज्य सरकार के अनुसार, प्रमाणित गेहूं बीज की कुल कीमत 3,000 रुपये प्रति क्विंटल होगी। सब्सिडी लागू होने के बाद किसानों को वास्तविक खर्च 1,925 रुपये प्रति क्विंटल ही करना होगा। इससे प्रत्येक किसान की लागत कम होगी और उनकी उत्पादन क्षमता बढ़ेगी।
इसके अलावा, हरियाणा सरकार ने आगामी बुवाई सत्र को ध्यान में रखते हुए प्रमाणित बीज की खपत पर प्रति एकड़ 1,200 रुपये की राहत का प्रावधान किया है। इससे छोटे और सीमांत किसानों को अपने खेतों में उच्च गुणवत्ता वाले बीज इस्तेमाल करने में मदद मिलेगी और गेहूं की पैदावार में सुधार होगा।
विशेषज्ञों का कहना है कि प्रमाणित बीज का उपयोग कृषि क्षेत्र में उत्पादन और गुणवत्ता दोनों के लिए महत्वपूर्ण है। उच्च गुणवत्ता वाले बीज से फसल की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है और बाजार में बेहतर मूल्य प्राप्त होता है।
हरियाणा सरकार की यह पहल किसानों की आर्थिक स्थिति सुधारने के साथ-साथ राज्य में खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने की दिशा में एक कदम है। सब्सिडी बढ़ाने से न केवल किसानों को लाभ होगा, बल्कि राज्य में गेहूं की कुल पैदावार और उत्पादन गुणवत्ता भी बेहतर होगी।
कुल मिलाकर, यह कदम हरियाणा सरकार द्वारा किसानों के कल्याण और कृषि क्षेत्र में सतत विकास को सुनिश्चित करने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।